खेल: ( बधाई ) महिला मुक्केबाजी विश्व चैंपियनशिप में नीतू ने जीता स्वर्ण पदक, रचा इतिहास

ख़बर शेयर करें

नीतू गंघास ने दिल्ली में 2023 महिला मुक्केबाजी विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने 48 किग्रा के फाइनल में मंगोलिया की लुत्सेखान अल्तांसेटसेग को 5-0 से हराया। 22 साल मुक्केबाज ने इससे पहले 2017 और 2018 में लगातार दो बार युवा विश्व चैम्पियनशिप खिताब जीता था। इसके बाद उन्हें उभरती हुई स्टार भारतीय मुक्केबाज के तौर पर देखा जाने लगा। नीतू ने उम्मीदों पर खरा उतरते हुए पिछले साल बर्मिंघम में राष्ट्रमंडल खेलों का स्वर्ण भी जीता था।नीतू गंघास सिर्फ 22 साल की उम्र में इस मुकाम पर काफी संघर्षों के बाद पहुंची हैं। उनके यहा तक पहुंचने में उनके पिता का बहुत बड़ा हाथ है। नीतू को बॉक्सर बनाने के लिए उनके पिता जय भगवान ने सबकुछ दांव पर लगा लिया। वह उन्हें ट्रेनिंग के लिए हरियाणा के भिवानी बॉक्सिंग क्लब ले गए थे। बेटी का सपना पूरा करने के लिए हरियाणा सचिवालय के कर्मचारी ने अवैतनिक अवकाश तक ले लिया। उन्हें बेटी की ट्रेनिंग के लिए दोस्तों और रिश्तेदारों से कर्ज तक लेना पड़ा। यहां तक कि कार भी बेचनी पड़ी। उन्होंने हमेशा नीतू की बॉक्सिंग को तवज्जो दी।नीतू गंघास को बॉक्सर बनने की प्रेरणा विजेंद्र सिंह के ओलंपिक में बेहतरीन प्रदर्शन से मिली। विजेंद्र सिंह ने बीजिंग ओलंपिक में कांस्य पदक जीता और ओलंपिक पदक जीतने वाले पहले भारतीय बॉक्सर बन गए थे। वह स्टैंड्स में मौजूद थे जब नीतू वर्ल्ड चैंपियन बनीं। नीतू के पिता ने द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा, ” मेरी नौकरी, कमाई और कर्ज प्राथमिकता नहीं थी, नीतू और उसकी मुक्केबाजी हमेशा प्राथमिकता रही। मेरे सभी बलिदान उसी के लिए समर्पित थे और आज उन दिनों में से एक है जब ऐसा लगता है कि सब कुछ सफल रहा।”

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड: जोशीमठ में भू-धंसाव वाले क्षेत्र में विस्थापित लोगों के राहत और पुनर्वास के लिए 02 करोड़ रूपये का चेक सीएम धामी को सौंपा

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *