उत्तराखंड बागेश्वर की महिला की हत्या के बाद नाले में फेंकी थी लाश, दिल्ली के बिल्डर पति ने की थी ऐसे हत्या

Ad
ख़बर शेयर करें

बागेश्वर की महिला की हत्या के बाद नाले में फेंकी थी लाश

नथ के हॉलमार्क ने खोला कत्ल का राज, पति निकला कातिल

नई दिल्ली। एक बिल्डर ने बीस साल पहले उच्च शिक्षित युवती से प्रेम विवाह किया। फिर संबंध खराब होने पर इस साल मार्च में हत्या कर शव नाले में फेंक दिया। दिल्ली पुलिस की छावला थाने की इस केस की कहानी किसी क्राइम थ्रिलर से कम नहीं है।

मार्च में साहिबी नदी से एक महिला का क्षत-विक्षत शव मिला था। पहचान पाना मुश्किल था, लेकिन गलेकी सोने की चेन और नथ पर बने हॉलमार्क ने मृतका की पहचान का दरवाजा खोला।जांच जब तह तक पहुंची तो महिला का पति अनिल ही हत्यारा निकला। उसने अपने नौकर की मदद से पत्नी की गला दबाकर हत्या की और शव को नदी में ठिकाने लगा दिया। छावला थाना पुलिस ने मृतका सिंह के पति अनिल सिंह और उसके घरेलू नौकर शिवशंकर पांडेय को गिरफ्तार किया।
ऐसे मिला सुराग : जांच में चेन पर बना हॉलमार्क नकली निकला, लेकिन नथ पर बना हॉलमार्क असली था, जो तमिलनाडु के होसूर की एक ज्वैलरी फर्म का था। पुलिस ने वहां जांच करवाई तो पता चला कि यह फर्म देश की एक नामी आभूषण कंपनी के लिए हालमार्क बनाती है। कंपनी से जानकारी मिली कि यह नथ 26 जनवरी 2024 को द्वारका के एक शोरूम से सीमा सिंह ने 71 हजार रुपये में खरीदी थी। खरीदार का पता द्वारका सेक्टर-10 का था। पुलिस जब उस पते पर पहुंची तो पता चला कि सीमा 11 मार्च से लापता थी।
नौ लाख का हार और रिश्तों में खटास बीते साल करवा चौथ पर अनिल ने किसी और महिला को नौ लाख रुपये का हार गिफ्ट किया था। सीमा को जब इसका पता चला तो दोनों के बीच बड़ा विवाद हुआ। अनिल ने सीमा के मोबाइल छीन लिए और नया सिम व फोन दे दिया ताकि वह किसी से संपर्क न कर सके।
15 मार्च को धूल सिरस गांव के पास साहिबी नदी में एक महिला का शव दिखा। चेहरा पहचानना मुश्किल था क्योंकि कई दिन से पानी में रहने की वजह से शव सड़ चुका था। पुलिस ने लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और जांच शुरू की। आसपास के इलाकों में लापता महिलाओं की जानकारी खंगाली गई, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। शव के गले में एक सोने की चेन और नाक में नथ थी, जिन पर हालमार्क बना था। मृतका की बहनों बबिता और नीमा ने सीमा की पहचान की पुष्टि की।
बेटे के जिद करने पर शिवशंकर दोबारा बच्चे को लेकर घर लौटा। अनिल ने योजना के तहत सीमा का मोबाइल छोटे बेटे को दे दिया, ताकि वह गेम खेलने में व्यस्त रहे। फिर शिवशंकर को ऊपर बुलाया गया और दोनों ने मिलकर सीमा को जहरीला पदार्थ दिया। सीमा के अचेत होते ही गला दबाकर हत्या कर दी गई। फिर उसके शव को बेडशीट में लपेटकर एसयूवी की डिग्गी में रखा गया।
सीमा बागेश्वर की रहने वाली थी। नैनीताल विश्वविद्यालय से एमएससी (गणित) करने के बाद नोएडा आकर नौकरी करने लगी। यहीं पर मोबाइल की दुकान पर उसकी मुलाकात अनिल से हुई थी। 2005 में दोनों ने ने प्रेम विवाह किया। शादी से उनके दो बेटे हैं। एक 16 साल का और दूसरा आठ साल का। अनिल पहले मोबाइल दुकान चलाता था, फिर प्रॉपर्टी के धंधे में उतर गया। कुछ ही साल में उसने अकूत संपत्ति बना ली, लेकिन कुछ वर्षों से पति-पत्नी के रिश्ते में दरार आ गई थी। सीमा को शक था कि अनिल का किसी दूसरी महिला से संबंध है।

Ad Ad
Ad Ad