बागेश्वर:-कपकोट, व बागेश्वर विधानसभा में भाजपा,कांग्रेस के अलावा आप मैदान में देखिए सभी दलों में दावेदारी

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उत्तराखंड के जनपद बागेश्वर में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर मुख्य रूप से इस साल वर्ष 2022 में भाजपा ,कांग्रेस और आप में त्रिकोणीय मुकाबले की विसात बिछनी सुरू हो गई है ।बागेश्वर जिले की अगर बात करें तो उत्तरांचल राज्य बनने के बाद यहां तीन विधानसभा बनी थी जो कि बागेश्वर ,कांडा,और कपकोट थी परिसिमन के बाद कांडा विधानसभा को हटा दिया था और अब वर्तमान में बागेश्वर और कपकोट विधानसभा अस्तित्व में हैं वर्तमान में इन दोनो विधानसभा सीटों में भाजपा का कब्जा है।बागेश्वर विधानसभा की अगर बात करें तो अभी तक के चुनाव में यहां भाजपा की ही जीत दर्ज करती रही है ।वहीं कपकोट की अगर बात करें तो यहां 2012के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जीत हासिल की है ।वही अब पूरे जिले में विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां तेज है इस बार के चुनाव में अगर बात करें तो भाजपा कांग्रेस के अलावा आप भी पूरे दमखम से सामने आई है बागेश्वर विधानसभा से बहुजन समाज पार्टी को छोड़ आप में सामिल हुवे बसंत कुमार को टिकट लगभग पक्का हो गया है वहीं कपकोट में भी आप से भूपेश उपाध्याय की दावेदारी पक्की है वहीं इन दोनो विधानसभा में भाजपा कांग्रेस में दावेदारों की लिस्ट बड़ती जा रही है बागेश्वर विधानसभा की अगर बात करें भाजपा की तो यहां विधायक चंदन राम दास के अलावा टिकट के लिए मथुरा प्रसाद,दीपा आर्या समेत अन्य नेताओं ने दावेदारी तो की है लेकिन विधायक चंदन राम दास का टिकट पक्का समझा जा रहा है वहीं कांग्रेस में हालत असमंजस में बने हुवे हैं यहां जहां पिछले चुनाव में प्रतिभाग कर चुके बालकृष्ण के अलावा भी ,रंजीत दास,भैरव नाथ टम्टा,के अलावा सुनीता टम्टा द्वारा भी टिकट की दावेदारी की है वहीं कपकोट विधानसभा से भी जानकारों की माने तो कांग्रेस से पूर्व विधायक ललित फर्सवान का टिकट पक्का माना जा रहा है तो इस बार भाजपा से दिग्गजों की लाइन देखने को मिल रही है कपकोट विधानसभा में वर्तमान विधायक बलवंत भौर्याल के अलावा ,पूर्व विधायक शेर सिंह गडिया,सुरेश गडिया,पूर्व जिलापंचायत अध्यक्ष विक्रम साही,समेत ब्लाक प्रमुख गोविंद दानू ने भी अपनी दावेदारी पेश करने की बात कही जा रही है वहीं अन्य दलों की बात करें तो हमेशा से तीसरे स्थान पर रहने वाली बसपा यहां इस बार पूरी तरह बिखरी बिखरी नजर आ रही है।वहीं आम आदमी पार्टी भाजपा कांग्रेस के अलावा अपनी जीत का दम भर रही है।

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