Bageshwar:द्विदिवसीय जनपद स्तरीय संस्कृत छात्र प्रतियोगिताओं का रंगारंग समापन

पीएम श्री विक्टर मोहन जोशी स्मारक राजकीय इंटर कॉलेज बागेश्वर में द्विदिवसीय जनपद स्तरीय संस्कृत छात्र प्रतियोगिताओं का रंगारंग समापन पुरस्कार वितरण के साथ संपन्न हुआ। उत्तराखंड संस्कृत अकादमी के द्वारा संस्कृत भाषा के संरक्षण, संवर्धन, और प्रचार-प्रसार के लिए यह प्रतियोगिताएं आयोजित की गई थीं।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि जिला पंचायत उपाध्यक्ष विशाखा खेतवाल और अति विशिष्ट अतिथि वृक्ष मित्र श्री किशन सिंह मलडा ने संयुक्त रूप से पुरस्कार वितरित किए। मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में कहा कि संस्कृत हमारी प्राचीनतम भाषा है, सभी भाषाओं की जननी है, और एक वैज्ञानिक भाषा है। उन्होंने कहा कि संस्कृत को कंप्यूटर के लिए भी सबसे उपयुक्त भाषा माना गया है और उत्तराखंड सरकार संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए प्रयत्नरत है।
वृक्ष मित्र किशन सिंह मारला जी ने कहा कि संस्कृत के बिना जीवन शून्य है, संस्कृत वेद उपनिषदों की भाषा है, संस्कृत संस्कारों की भाषा है, और हमें संस्कृत निष्ठ संस्कृत युक्त बनना चाहिए।
प्रतियोगिताओं में संस्कृत नाटक, संस्कृत नृत्य, संस्कृत समूह गान, संस्कृत श्लोक उच्चारण, संस्कृत आशु भाषण, और संस्कृत वाद-विवाद प्रतियोगिताएं शामिल थीं। इन प्रतियोगिताओं में कनिष्ठ और वरिष्ठ वर्ग के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया था।
वरिष्ठ वर्ग नाटक प्रतियोगिता में राजीव गांधी नवोदय विद्यालय बहुली की टीम ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। नृत्य में भी राजीव नवोदय विद्यालय की टीम प्रथम स्थान पर रही। वाद-विवाद प्रतियोगिता में राजकीय इंटर कॉलेज सोंग के मोहित देवलिता और नेहा जोशी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। आशु भाषण में राजकीय इंटर कॉलेज गरुड़ के छात्र अभिनव कंडपाल ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। श्लोक उच्चारण में राजकीय इंटर कॉलेज बज्जूला की छात्रा कशक जहाँ ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
कनिष्ठ और वरिष्ठ वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त 64 प्रतिभागी राज्यस्तरीय संस्कृत प्रतियोगिता में प्रतिभाग करेंगे, जो आगामी 3 और 4 दिसंबर को हरिद्वार में संपन्न होगी।

जनपद संयोजक दीपचंद्र जोशी ने उपस्थित समस्त अतिथियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन ब्लॉक संयोजक लेफ्टिनेंट मोहन चंद्र जोशी द्वारा किया गया। इस अवसर पर जनपद सह संयोजक पंकज प्रसाद भट्ट, डॉ चंद्रशेखर भट्ट, अनीता आर्य, डॉ दीपा जोशी, कमला गोस्वामी, ममता जोशी, गणेश कुमार, राजेश आगरी, राकेश कुमार, डॉ विवेक कुमार, हरीश दफोती, जगदीश नारायण, ममता रावल, डॉ स्वाति, और रेखा भारती आदि लोग शिक्षक-शिक्षिकाएँ उपस्थित थीं।

