बागेश्वर: जौलकांडे में आग की भेंट चढ़ा पांच साल से खाली पड़ा मकान,ग्रामीण जंगल की आग तो वन विभाग नाप खेत की आग को मान रहे है जिम्मेदार

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कोतवाली पुलिस क्षेत्र के अंतर्गत जौलकांडें में बुधवार की रात एक दो मंजिला मकान अग्निकांड की भेंट चढ़ गया। इस हादसे पूरा मकान जलकर राख हो गया, हादसे के वक्त मकान में कोई नहीं था। ग्रामीण इसे जंगल की आग को जिम्मेदार मान रहे हैं, जबकि वन विभाग इसे नाप खेत में लगाई गई आग को जिम्मेदार मान रहा है। कारण जो भी हादसे में मकान जलकर राख हो गया है।मालूम हो कि फायर सीजन में आग की घटनाएं बढ़ जाती है। बुधवार की रात जौलकांडे निवासी दिनेश प्रसाद पुत्र मनोहर राम का खाली पड़ा दो मंजिला मकान जल गया। जब तक ग्रामीणों की नजर इस पर पड़ी तब तक मकान आग की आगोश में था। पीड़ित इस वक्त अपने परिवार के साथ रुद्रपुर रहता है। ग्रमाीणों ने आग की सूचना उन्हें और वन विभाग को दी है। ग्रामीणों का कहना है कि जंगल की आग से मकान चपेट में आया है। उन्होंने वन विभाग से पीड़ित को अधिक से अधिक मुआवजा देने की मांग की है। घर के अंदर रखा सामान जलकर राख हो गया है। पीड़ित बच्चे पढ़ाने के लिए रुद्रपुर गए हैं। घर का सामान घर के अंदर ही था। इधर वन क्षेत्राधिकारी एसएस करायत ने बताया कि अग्निकांड के बाद उन्होंने क्षेत्र का मौका मुआयना किया। उनके जंगल में इस वक्त आग नहीं है। दो मंजिला मकान जला जरूर है, लेकिन यह आग नाप खेत में खर-पतवार जलाने के लिए लगाई गई आग से फैली है। पीड़ित पांच साल से रुद्रपुर रह रहा है।