बागेश्वर: धार्मिक, ऐतिहासिक, पौराणिक उत्तरायणी मेले रंगारंग कार्यक्रमों के साथ समापन

ख़बर शेयर करें

बागेश्वर
धार्मिक, ऐतिहासिक, पौराणिक रूप से महत्व रखने वाले उत्तरायणी मेले का समापन शनिवार को रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों और पुरस्कार वितरण के साथ हुआ। मेले का विधिवत समापन करते हुए मुख्य अतिथि गरूड़ की प्रमुख हेमा बिष्ट ने कहा कि मेले के शांतिपूर्ण समापन के लिए सभी मेलार्थी धन्यवाद के पात्र हैं। विशिष्ट अतिथि भाजपा जिलाध्यक्ष इंद्र सिंह फर्स्वाण ने मेले में आए मेलार्थियों समेत सभी का आभार व्यक्त किया। इस दौरान मेले में लगे स्टालों में उद्यान विभाग प्रथम स्थान पर रहा।

बतौर मुख्य अतिथि गरूड़ के प्रमुख हेमा बिष्ट ने कहा कि उत्तरायणी मेले की प्रदेश में अलग पहचान है। यहां आए सभी मेलार्थियों समेत व्यापारी, श्रद्धालु धन्यवाद के पात्र हैं। विशिष्ट अतिथि भाजपा जिलाध्यक्ष इंद्र सिंह फर्स्वाण ने कहा कि कुमाऊं की काशी बागेश्वर में लगने वाले उत्तरायणी मेले का अलग महत्व है। इसके लिए सभी मेलार्थी व मेला समिति को धन्यवाद दिया। समापन के अवसर पर स्टालों की प्रतियोगिता में उद्यान विभाग के स्टाल को सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार प्रदान किया इसके अलावा विभिन्न सांस्कृतिक दलों के कलाकारों व मेला समिति के सदस्यों एवं विविध प्रतियोगिता में विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान किए।
इधर जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने मेले के सफल संचालन के लिए मेला समिति समेत सभी मेलार्थियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तरायणी मेला को राष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए सामूहिक प्रयास आवश्यक है। उन्होंने मेले में सहयोग कर रहे सभी अधिकारियों कर्मचारियों, पुलिस, मेला समिति के सदस्यों सहित आम जनता व व्यापारियों का आभार व्यक्त किया।

इस दौरान भाजपा जिला महामंत्री संजय परिहार, चंदन परिहार, रघुवीर दफौटी, हरीश सोनी, रमेश तिवारी, इंद्र सिंह परिहार ,अजय चंदोला, तहसीलदार दीपिका आर्या, ईओ हयात सिंह परिहार आदि उपस्थित थे। 

संचालन जयंत सिंह भाकुनी व डॉ राजेंद्र सिंह परिहार ने किया।