बागेश्वर:जिन विभागों के पास धनराशि अवशेष है, उसे समय से खर्च करें ?

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बागेश्वर जिन विभागों के पास धनराशि अवशेष है, उसे समय से खर्च करें, यदि कार्य पूर्ण कर लिया गया है, तो भुगतान करना भी सुनिश्चित करें, यह बात जिला सभागार में जिला योजना, राज्य सैक्टर व केन्द्र पोषित योजनाओं की समीक्षा के दौरान मुख्य विकास अधिकारी डीडी पंत ने कही। कलेक्ट्रेट सभागार में जिला योजना, राज्य सैक्टर, केन्द्र पोषित, बाह्य सहायतित, बीस सूत्रीय एवं टास्क फोर्स की समीक्षा बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि समय कम है लक्ष्य अधिक है इसलिए सभी विभाग अपने लक्ष्यों के अनुरूप विकास कार्यो में तेजी लायें जिससे योजनाओ में प्राप्त धनराशि का शत-प्रतिशत सदपयोग हो सकें। उन्होंने ऐसे विभाग जिनके पास जिला योजना की धनराशि अवशेष है उन्हें हर हाल में 30 मार्च तक खर्च करने के निर्देश दियें। उन्होंने निर्माणदायी संस्थाओं को कार्य की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने को कहा, साथ ही उन्होने कहा कि आचार संहिता से पूर्व जो भी कार्य प्रारंभ किये गये है उनमे गति लाते हुए उन्हें पूर्ण करें। उन्होने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये कि काम समाप्त करने के बाद कार्यदायी संस्थाओ को तुरन्त धनराशि का भगुतान करें अवशेष धनराशि यथाशीघ्र समÆपत करना सुनिश्चित करें। बीस सूत्रीय कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि जो विभाग ए श्रेणी में हैं वह अपनी ए श्रेणी बनाये रखें जो विभाग बी व सी श्रेणी में हैं वह विभाग प्रगति बढ़ाते हुए ए श्रेणी में आने का प्रयास करें।मुख्य विकास अधिकारी ने टास्क फोर्स की समीक्षा के दौरान भौतिक सत्यापन में तेजी लाने के निर्देश अधिकारियों को दिये। बैठक में जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी दिनेश सिंह नेगी ने बताया कि विभागों द्वारा जिला योजना के अंतर्गत अनुमोदित परिव्यय 4167.00 लाख, के सापेक्ष 4140.34 लाख की धनराशि आहरित कर विभिन्न विभागों द्वारा आतिथि तक 4060.44 लाख व्यय किया गया है, जो 97.44 फीसदी है। जबकि राज्य योजना के अंतर्गत 14494.35 लाख के सापेक्ष 12838.37 लाख की धनराशि आहरित करते हुए विभागों द्वारा 11195.41 लाख व्यय किया गया जो, 77.24 प्रतिशत है, इसी तरह केंद्र पोषित योजनाओं के अंतर्गत अनुमोदित परिव्यय 16158.89 लाख के सापेक्ष 16029.05 आहरित कर विभागों द्वारा 15221.30 लाख व्यय किया गया जो 94.20 फीसदी है। बाह्य सहायतित योजनाओं के अंतर्गत परिव्यय 4098.67 लाख के सापेक्ष 4040.75 लाख विभागों द्वारा आहरित कर व्यय किया गया, जो 98.59 फीसदी है। इस तरह समस्त योजनाओं में 39818.91 लाख के सापेक्ष 37048.51 लाख आहरित कर विभागों द्वारा 34517.90 लाख की धनराशि व्यय की गई है, जो कुल अवमुक्त धनराशि का 88.69 फीसदी है, जिस पर मुख्य विकास अधिकारी ने जिन विभागों के पास अवशेष धनराशि है उसे 30 मार्च तक व्यय करने के निर्देश अधिकारियों को दियें। बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी हिमांशु बागरी, परियोजना निदेशक संजय सिंह, जिला विकास अधिकारी संगीता आर्या, अधि0अभि0लोनिवि बागेश्वर राजकुमार, कपकोट संजय पांडे, जल संस्थान डीएस देवडी, अपर मुख्य चिकित्सााधिकारी डॉ0 हरीश पोखरिया, जिला शिक्षा अधिकारी पदमेंद्र सकलानी, जिला उद्यान अधिकारी आरके सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी अनुलेखा बिष्ट, जिला पर्यटन अधिकारी कीर्ति आर्या, महाप्रबंधक उद्योग जीपी दुर्गापाल सहित जनपद स्तरीय अधिकारी मौजूद रहें।

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