बागेश्वर:ट्रैक ऑफ द ईयर पिण्ड़ारी ग्लेशियर तैयारियों एवं आवश्यक व्यवस्थाओं के संबंध में जिलाधिकारी रीना जोशी ने की महत्वपूर्ण बैठक, देखिए पूरी खबर
बागेश्वर पिण्ड़ारी ग्लेशियर को सरकार ने ट्रैक ऑफ द ईयर घोषित किया हैं, जिसके आगाज की तैयारियों एवं आवश्यक व्यवस्थाओं के संबंध में जिलाधिकारी रीना जोशी ने संबंधित अधिकारियों व टूर ऑपटरों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की।
जिलाधिकारी ने कहा कि सरकार राज्य के प्रसिद्ध जगहों को चिन्हित कर ट्रैक ऑफ द ईयर घोषित कर रही है, जिसका एकमात्र मकसद राज्य में साहसिक पर्यटन को बढावा देना है और इस बार पिण्ड़ारी ग्लेशियर को टै्रक ऑफ द ईयर घोषित किया हैं, जो खुशी की बात है। जिलाधिकारी ने कहा कि साहसिक पर्यटन के क्षेत्र में अपार संभावनाओं को देखते हुए सरकार ने ये कदम उठाया है। इससे जहां देशभर के पर्यटक पहाडों की ओर रूख करेंगे वहीं स्थानीय लोंगो को रोजगार के संसाधन भी मुहैया होंगे। उन्होंने कहा कि पिण्ड़ारी को ट्रैक ऑफ द ईयर घोषित करने से पिण्ड़ारी का नाम आगे बढेगा और क्षेत्र का विकास होगा। स्थानीय स्तर पर रोजगार बढने के साथ ही पिण्ड़ारी, कफनी और सुन्दरढुंगा ग्लेशियरों को विश्व पहचान मिलेगी। लोगो तक इनकी पहुंच बढने से आस-पास के क्षेत्र भी विकसित होंगे, बागेश्वर जनपद ट्रैकिंग का मुख्य केंद्र भी बनेगा।
बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि माह अक्टूबर में संभावित ट्रैक रूट पर तैयारियां एवं आवश्यक व्यवस्थायें बेहतर ढंग से की जाए, ताकि आने वाले ट्रैकर/पर्यटक एक अच्छा संदेश लेकर जायें। उन्होंने कहा कि कोई भी ट्रैकर बिना पंजीकरण के ट्रैकिंग पर न जाए, वन विभाग इसका विशेष ध्यान दें, बकायदा वन विभाग अपनी चैकियों पर ट्रैकरों सहित उनके पूरे सामान को सूचीबद्ध करेगा, तथा इसकी प्रतिदिन की सूचना कंट्रोल रूम को भी देना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने टूर ऑपरेटरों से भी किसी भी ट्रैकर को बिना पंजीकरण के ट्रैकिंग पर न ले जाने को कहा। उन्होंने कहा कि सभी ट्रैकर अपना अजैविक-जैविक कूडा अपने साथ अनिवार्य रूप से वापस लेकर आयेंगे ताकि ग्लेशियरों में किसी भी प्रकार की गंदगी न हो। जिलाधिकारी ने अधि0अभि0 लोनिवि को ट्रैक रूट दूरूस्त रखने, भू-स्खलन वाले स्थानों पर सुरक्षा दीवार लगाने, विभिन्न स्थानों पर बैंचेज लगाने, शौचालयों का मरम्मत कार्य कराने के साथ ही ट्रैक रूट पर साईनेज लगाने के निर्देश दियें। उन्होंने मरम्मत कार्य हेतु धनराशि की आवश्यकता के लिए शीघ्र मांग प्रेषित को भी कहा।
जिलाधिकारी ने बेस कैंपों पर शौचालय, पानी, किचन सेड, भोजन, टैंट, मेडिकल इत्यादि के लिए स्थान चिन्हित करते हुए आवश्यक व्यवस्थाओं सुनिश्चित करने के निर्देश अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत को दियें। उन्होंने कहा कि अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं की संपूर्ण औपचारिकतायें भी जिला पंचायत द्वारा की जायेगी। उन्होंने कहा कि मादक पदार्थो का पूर्णत: प्रतिबंध होगा इसके लिए पुलिस अधीक्षक को विशेष निगरानी रखने के निर्देश दियें। इस दौरान उन्होंने एसडीआरएफ को सैटेलाईट फोन उपलब्ध कराने की बात भी कहीं।
बैठक के दौरान टूर ऑपरेटरों द्वारा ट्रैक रूट दूरूस्त रखने, मेडिकल टीम की मौजूदगी, ऑक्सीजन सिलिंडर पर्याप्त मात्रा में रखने, संचार सुविधा (कम्युनिकेशन) हेतु वॉकी-टॉकी उपलब्ध कराने सहित स्थानीय गाइडों व होम स्टे संचालकों को प्राथमिकता देने आदि संबंधी सुझाव भी दियें।
बैठक में पुलिस अधीक्षक अमित श्रीवास्तव, अपर जिलाधिकारी चन्द्र सिंह इमलाल, उपजिलाधिकारी हरगिरि, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत राजेश कुमार, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ0 आर चन्द्रा, जिला मत्स्य अधिकारी मनोज मियान, अधि0अभि0 लोनिवि संजय पांडे, जिला पर्यटन अधिकारी कीर्ति आर्या, वन क्षेत्राधिकारी शंकर दत्त पांडे, टूर ऑपरेटर संजय सिंह परिहार, जगदीश चन्द्र जोशी, दीपक पंत, सहित एसडीआरएफ के राजेन्द्र मेहरा मौजूद थें।