बागेश्वर: तृतीय सीमांत पर्वतीय जनपदीय विज्ञान महोत्सव प्रारंभ,वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपना कर छात्र बनें एकलव्य-डीएम

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दैनिक जीवन में विज्ञान का उपयोग आवश्यकः डीएम

वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपना कर छात्र बनें एकलव्य-डीएम

तृतीय सीमांत पर्वतीय जनपदीय विज्ञान महोत्सव प्रारंभ

बागेश्वर राजकीय इंटर कालेज में तृतीय सीमांत पर्वतीय जनपदीय विज्ञान महोत्सव शुभारंभ हो गया है। शुभारंभ करते हुए जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने कहा कि हम दैनिक जीवन में विज्ञान का उपयोग करते हैं। वैज्ञानिक तरीके से किए गए कार्य सफल होते हैं। कहा कि प्रत्येक छात्र- छात्राओं को चाहिए कि वे वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाएं तथा एकलव्य बनें। उन्होंने प्रतिभागियों द्वारा बनाए माडलों का अवलोकन किया तथा उनका उत्साह वर्धन किया।

मंगलवार को विज्ञान महोत्सव का शुभारंभ जिलाधिकारी ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। बच्चों द्वारा उनका स्वागत गीत के साथ स्वागत किया गया। शुभारंभ करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि विज्ञान महोत्सव समय की आवश्यकता है तथा इस तरह के महोत्सव से बाल वैज्ञानिकों को अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन का अवसर मिलता है। उन्होंने विज्ञान महोत्सव को आधुनिकता के दौर का मुख्य स्तंभ बताया। कहा कि विज्ञान के द्वारा आज वैज्ञानिक अनुसंधानों से हमें नित नई सफलता मिल रही हैं व देश व समाज मजबूत हो रहा है। उन्होंने कहा कि विज्ञान का ही परिणाम है,आज गूगल से सभी जानकारियां चंद समय में प्राप्त हो रहीहैं। उन्होंने जनपद में बाल विज्ञान केंद्र खोले जाने को लेकर भी बल दिया।

विशिष्ट अतिथि यूकोस्ट के राज्य समन्वयक व निर्देश डॉ नवीन जोशी ने कहा कि जनपद में शीघ्र बाल विज्ञान केंद्र स्थापना पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने स्थानीय मुददों को लेकर पांरपरिक ज्ञान को अतुलनीय बताया। उन्होंने पर्यावरण संतुलन के लिए पौधरोपण करने की भी अपील की तथा प्रतिभागियों के उज्जवल भविष्य की कामना की। इस दौरान बाल वैज्ञानिकों ने पर्यावरण संतुलन व जल संवर्धन को लेकर स्वरचित कविताएं सुनाई।

इस दौरान सीईओ गजेंद्र सिंह सोन, खंड शिक्षा अधिकारी चक्षुपति अवस्थी, नीरज जोशी आदि उपस्थित थे। संचालन प्रवक्ता डायट डा राजीव जोशी ने किया।