बागेश्वर:डीएम ने निर्देश दिए कि शैक्षणिक संस्थानों में व्यापक स्तर पर नशा मुक्ति अभियान चलाया जाए और सोशल मीडिया के माध्यम से भी प्रचार-प्रसार किया जाए

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बागेश्वर, जिला अधिकारी आशीष भटगांई की अध्यक्षता में शिक्षा संस्थानों, महाविद्यालयों और पॉलिटेक्निक प्रमुखों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. कुमार आदित्य तिवारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी जसमीत कौर सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक के दौरान डीएम ने प्रदेश में संचालित विभिन्न नशा मुक्ति कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा की और संस्थानों को इनके प्रभावी क्रियान्वयन के लिए आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नशा केवल एक व्यक्ति का ही नहीं, बल्कि पूरे परिवार और समाज का विनाश कर देता है। इसके कारण युवा अपनी शिक्षा, करियर और पारिवारिक रिश्तों से दूर हो जाते हैं, जिससे सामाजिक ताना-बाना कमजोर हो जाता है।

डीएम ने निर्देश दिए कि शैक्षणिक संस्थानों में व्यापक स्तर पर नशा मुक्ति अभियान चलाया जाए और सोशल मीडिया के माध्यम से भी प्रचार-प्रसार किया जाए, ताकि अधिक से अधिक युवाओं तक यह संदेश पहुंचे। उन्होंने सभी संस्थानों से आग्रह किया कि वे छात्रों को नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करने के लिए कार्यशालाएं, सेमिनार और प्रेरणादायक सत्र आयोजित करें। साथ ही, उन्होंने जिला समाज कल्याण अधिकारी को निर्देश दिए कि नशा मुक्ति को थीम बनाकर एक ‘युवा महोत्सव’ आयोजित किया जाए, जिसमें निबंध लेखन, रंगोली, मेंहदी, पोस्टर मेकिंग, फैशन वॉक जैसी प्रतियोगिताओं के माध्यम से युवाओं को नशा मुक्त जीवन की ओर प्रेरित किया जाए। उन्होंने कहा कि जब युवा खुद अपनी सोच से नशे के खिलाफ खड़े होंगे, तभी यह अभियान सफल होगा।

डीएम ने कहा कि नशे की लत एक धीमा जहर है, जो न केवल शरीर को खोखला करता है बल्कि मानसिक और भावनात्मक स्तर पर भी व्यक्ति को बर्बाद कर देता है। यदि समय रहते युवा इस अंधकारमय रास्ते से न हटे, तो उनका भविष्य अंधकारमय हो सकता है। उन्होंने सभी सदस्यों को निर्देश दिया कि वे इस अभियान को सफल बनाने में अपनी भूमिका निभाएं। नशे को ना कहें, जीवन को हां कहें!

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