बागेश्वर:(BIG NEWS) बाल लिंगानुपात की वास्तविक स्थिति की सही रिपोर्ट प्रस्तुत न करने पर जिलाधिकारी ने जिला कार्यक्रम अधिकारी को कड़ी फटकार लगाते हुए दिए ये निर्देश

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बागेश्वर जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने गुरुवार देर शाम महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग और विद्युत विभाग की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को आवश्कय दिशा निर्देश दिए। बाल विकास विभाग की समीक्षा के दौरान बाल लिंगानुपात की वास्तविक स्थिति की सही रिपोर्ट प्रस्तुत न करने पर जिलाधिकारी ने जिला कार्यक्रम अधिकारी को कड़ी फटकार लगाते हुए तीन दिन के भीतर बाल विकास व स्वास्थ विभाग को वास्तविक स्थिति का डाटा बेस तैयार कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बच्चों में कुपोषण पर प्रभावी नियंत्रण के लिए जच्चा,बच्चा दोनों का स्वस्थ रहना जरूरी है। आगंनबाडी कार्यकत्री और एएनएम के माध्यम से गर्भवती माताओं के लिए जारी ट्रेकिंग सिस्टम अपडेट रखा जाय। आंगनबाडी के माध्यम से बच्चों व माताओं को दिये जाने वाले पोषाहार पर विशेष ध्यान दिया जाय। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन स्थानों पर आंगनबाडी भवन निर्माण का कार्य चल रहा है उनका अपने-अपने क्षेत्र में निरीक्षण करें, ताकि गुणवत्ता व पारदर्शिता बनी रहे। साथ ही मॉडल आंगनबाडी केंद्र विकसित किए जाय। उन्होंने महिलाओं एवं बालिकाओं के उत्थान को लेकर केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं को धरातली स्वरूप प्रदान करते हुए नियमित समीक्षा करने के भी निर्देश अधिकारियों को दिए। जिलाधिकारी ने वन स्टॉप सेंटर की भी विस्तृत जानकारी ली व विभिन्न गतिविधियों को नियमानुसार संचालित कराने के निर्देश दिए। विद्युत विभाग की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि बिजली की लाइन या ट्रांसफार्मर खराब होने की शिकायत प्राप्त होने पर तत्काल मौके पर जाकर लाइनमैन के माध्यम से ठीक करायें,यदि उस कार्य को ठीक होने में समय लग रहा है तो बिजली आने में कितना समय लगेगा उसकी जानकारी ग्रामीणों को दी जाए। इसके अतिरिक्त निरंतर संवाद बनाये रखे और फोन व कंट्रोल रूम में प्राप्त शिकायतों का निस्तारण सूचीबद्ध तरीके से कराएं। खराब ट्रांसफार्मर समय पर ठीक कराये तथा जर्जर तारों को बदलवायें एवं उपभोक्ताओं को वास्तविक स्थिति के बारे में बतायें। किसी भी लापरवाही के लिए संबंधित की जवाबदेही तय की जाएगी। जिलाधिकारी ने समीक्षा के दौरान कहा कि सुरक्षा मानकों का पूरा ध्यान रखा जाय, उन्होंने गलत बिल न आए इसकी भी चेतावनी अधिकारियों को दी। जिलाधिकारी ने प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना, मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना सहित अन्य योजनाओं के क्रियान्वयन में कोताही सामने आने पर संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लायी जाने की हिदायत दी है। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आरसी तिवारी, ईई विद्युत मो. अफजाल, जिला कार्यक्रम अधिकारी मंजुलता यादव, परियोजना अधिकारी रेनु नगरकोटी, सुरेंद्र कुमार आदि मौजूद थे।

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