बागेश्वर: कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की रिकार्ड ऐतिहासिक जीत के बाद संपूर्ण उत्तराखंड कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल बागेश्वर में भी कुछ ऐसे मनाया कांग्रेसियों ने जीत का जश्न

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बागेश्वर : कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली रिकार्ड ऐतिहासिक जीत के बाद उत्तराखंड कांग्रेस में भी एक नया जोश देखने को मिला भाजपा पर मिली इस प्रचंड जीत से प्रदेश के लगभग हर शहर में कांग्रेस कार्यकर्ता जश्न में डूबे नजर आए ।

वही बागेश्वर में भी कांग्रेस को मिली इस जीत पर कार्यकर्ताओं ने एसबीआई तिराहे में एकत्रित होकर जश्न मनाया इनके द्वारा जोरदार नारेबाजी के साथ एक- दूसरे को मिठाईयाँ खिलाई गई और जमकरआतिशबाजी भी की गई।

इस दौरान कांग्रेस के जिलाध्यक्ष युवा नेता भगवत सिंह डसीला ने कार्यकर्ताओं में इस प्रचंड जीत के बाद जोश भरने का काम किया गया उन्होंने कहा कि कर्नाटक में काँग्रेस पार्टी की बड़ी जीत लोकत्रंत को बर्बाद करने वालो के लिए बड़ा सबक है। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जिस प्रकार से भाजपा ने सांप्रदायिकता एंव जातिवाद का जहर घोला था। उसका मुँहतोड़ जवाब कर्नाटक की जनता ने अपने मत से दिया हैं। 2024 लोकसभा चुनाव में केन्द्र की मोदी सरकार का पतन भी इसी तरह होगा।
वही पूर्व विधायक कपकोट ललित फर्सवाण ने कहा कि आज देश में भाजपा जिस तरह से भय, मँहगाई, बेरोजगारी और धर्मनिरपेक्षता को कमजोर करके सांप्रदायिकता को फैला रही है उसका आज कर्नाटक की जनता ने विधानसभा चुनाव में जवाब दे दिया है। देश की जनता रसोई गैंस की वृद्धि, मँहगाई व युवा बेरोजगारी से त्रस्त है। लेकिन केन्द्र की भाजपा सरकार झूठे नारों के छदम छल से देश की जनता की भावनाओं से खेल खेलकर जनता का शोषण कर रही हैं। जिसका करारा जवाब कर्नाटक की जनता ने अपने मत के संदेश से स्पष्ट जता दिया हैं।


वही यूथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष गोकुल परिहार ने कहा कि कर्नाटक की जनता ने 2024 लोकसभा चुनाव में काँग्रेस पार्टी की केन्द्र में वापसी का बड़ा संकेत दिया हैं। देश की जनता सांप्रदायिकता का जहर घोलने को सत्ता से उखाड़ फॆकने के लिए संकल्प बना चुकी हैं। कर्नाटक की जनता ने अपने मन की बात करने वाले देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने मन की बात खुलकर वोट के रूप में दे दिया है।

वही कार्यक्रम में कवि जोशी,देवेंद्र परिहार, किशन कथायत,कुंदन गिरी,भूपेश खेतवाल, रुद्रा पांडेय,विनोद पाठक, अंकुर उपाध्याय, गोबिंद चंदोला, प्रकाश वाछमी आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।