बागेश्वर: रेडक्रॉस के तत्वाधान में आपदा की तैयारियो को लेकर मॉक ड्रिल का हुआ आयोजन
बागेश्वर। रेडक्रॉस समिति द्वारा जिला आपदा प्रबंधन के सहयोग से जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में भूकम्प आपदा पूर्व तैयारियो को लेकर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। जिसमें आग, भूकम्प व प्राकृतिक आपदाओं को लेकर पूर्वाभ्यास किया गया।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण एवं रेडक्रॉस समिति द्वारा जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल की देखरेख में मॉक ड्रिल किया गया। जिसमें एक हेक्टेयर में लगी आग को फायर सर्विस के एसआई गणेश चन्द्र के नेतृत्व में फायर कर्मियों द्वारा त्वरित प्रयास से बुझाया गया। जबकि चिकित्सक डॉ चौहान के नेतृत्व में पहुँची टीम द्वारा मॉक ड्रिल के दौरान घायल 21 लोगों का इलाज किया गया। जिसमें से 16 गम्भीर लोगों को रेडक्रॉस व स्वास्थ्य विभाग की एम्बुलेंस की मदद से जिला चिकित्सालय भर्ती कराया गया।एसडीआरएफ के टीम लीडर राजेंदर सिंह रावत द्वारा जीआईसी परिसर स्थित भवन में विशालकाय पेड़ गिर गया जिस कारण कमरे के दब गये। जिसपर एसडीआरएफ टीम ने कटर मशीन की सहायता से पेड़ को काटकर बमुश्किल घायलों को बाहर निकाला। इस दौरान डायट प्रवक्ता कैलाश प्रकाश चन्दोला ने मॉक ड्रिल के पूर्वाभ्यास को डायस परिसर में आयोजित करने के लिए रेडक्रॉस व आपदा प्रबंधन का आभार व्यक्त किया। मास्टर ट्रेनर भुवन चौबे द्वारा आपदा के दौरान आने वाली समस्याओं के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए उनसे निपटने के उपायों के बारे में बताया। रेडसमिति के प्रदेश सदस्य दीपक पाठक ने कहा कि आपदा की दृष्टि से बागेश्वर जनपद बेहद संवेदनशील है। इस तरह के मॉक ड्रिल जनपद के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में भी आयोजित किये जाने के लिए रेडक्रॉस प्रयासरत है। रेडक्रॉस के चेयरमैन संजय साह जगाती ने कहा कि रेडक्रॉस समिति आपदा के समय सहायता के लिये ततपर है। इसी तैयारियो को लेकर इस तरह कार्यक्रम मॉक ड्रिल आयोजित किया गया। जो भविष्य में भी जारी रहेगी। संचालन करते हुए सचिव आलोक पांडेय ने मॉक ड्रिल के दौरान की गई गतिविधियों की विस्तृत जानकारी देते हुए कार्यक्रम में शामिल डायट,फायर, एनडीआरएफ टीम , स्वास्थ्य विभाग सहित आपदा प्रबंधन विभाग व जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया। इस दौरान कोषाध्यक्ष जगदीश उपाध्याय, डॉ हरीश दफौटी, उमेश जोशी, डी एल वर्मा, सुरेश खोलिया, वेद प्रकाश , हिमांशु जोशी, पंकज खेतवाल, कन्हैया वर्मा, हिमांशु चौबे, आर पी कांडपाल, आदि मौजूद थे