बागेश्वर:कोरोना महामारी के दौरान अपने माता पिता अथवा पिता या मां खोई, एसे 17 बच्चों को वात्सल्य योजना लाभ स्वीकृत किया गया
बागेश्वर कोविड महामारी के दौरान कई मासूमों ने अपने माता-पिता अथवा पिता या माता खोई, जिसकी भरपाई नहीं हो सकती, मगर सरकार ने ऐसे मासूमों के भरण-पोषण हेतु मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना संचालित की है। जिलाधिकारी विनीत कुमार की अध्यक्षता में शनिवार को मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना समिति की बैठक आयोजित हुई। जिसमें कोविड महामारी दौरान माता-पिता अथवा माता या पिता मे से किसी एक को खोने वाले 17 बच्चों को वात्सल्य योजना लाभ स्वीकृत किया। पूर्व में 65 बच्चों को वात्सल्य योजना लाभ स्वीकृत किया जा चुका है। इस तरह अब तक जनपद में 82 बच्चों को योजना लाभ स्वीकृत किया गया है। इसके उपरांत जिलाधिकारी द्वारा जिला दिव्यांग पुर्नवास केंद्र की वार्षिक योजना की समीक्षा की। जिस पर जिला समाज कल्याण अधिकारी ने बताया कि जनपद में 3192 दिव्यांग चिन्हित है, जिसमें से 2859 दिव्यांग पेंशन धारक है तथा 2242 के यूडीआईडी कार्ड बना दियें गयें है। जिलाधिकारी ने शत-प्रतिशत दिव्यांगों के यूडीआईडी कार्ड बनाने के निर्देश दियें साथ ही जिला दिव्यांग एवं पुर्नवास केंद्र की वार्षिक विस्तृत मदवार कार्ययोजना प्रस्तुत करने के भी निर्देश जिला समाज कल्याण अधिकारी हेम तिवारी को दियें। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डीडी पंत, अपर जिलाधिकारी चन्द्र सिंह इमलाल, उपजिलाधिकारी हरगिरि, पारितोष वर्मा, राजकुमार पांडे, जिला कार्यक्रम अधिकारी अनुलेखा बिष्ट, मुख्य शिक्षा अधिकारी जीएस सौन, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 हरीश पोखरिया, वरिष्ठ पूर्ति निरीक्षण बबलू पांडे आदि मौजूद थे।