बागेश्वर:CM धामी ने मानसून के कारण राज्य में उत्पन्न स्थिति की वीसी के माध्यम से की समीक्षा

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बागेश्वर

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को मानसून के कारण राज्य में उत्पन्न स्थिति की वीसी के माध्यम से समीक्षl करते हुए कहा कि भारी वर्षा के कारण कई जनपदों में नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा सड़क, विद्युत, पानी योजनाओं को हुए नुकसान को तुरंत युद्ध स्तर पर ठीक करें, ताकि जनता को परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा घरों में जहां पानी भर गया है, या यात्री फंसे हुए हैं उनको फूड पैकेट वितरित किए जाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा को मद्देनजर रखते हुए उत्तराखंड सरकार की ओर से आपदा राहत नंबर जारी किए गए हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आमजन से अपील और अनुरोध किया है कि प्रदेश के सभी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के दृष्टिगत समस्त प्रदेशवासियों एवं तीर्थयात्री अनावश्यक यात्रा करने से बचें। उन्होंने कहा कि वे स्वयं राज्य आपदा कंट्रोल रूम में 24 घटें सभी जनपदों से सड़क मार्ग एवं बारिश की स्थिति के बारे में जानकारी ले रहे हैं। इसके अलावा, समस्त जनपदों में ज़िला प्रशासन एवं एसडीआरएफ को हाई-अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं। सहायता हेतु निम्न नंबरों पर लोग कर सकते हैं।
9411112985, 01352717380, 01352712685
इसके अतिरिक्त व्हाट्सएप नंबर- 9411112780 पर भी लोग मैसेज कर सकते हैं।

जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने बताया कि जनपद की सड़कों के छोरो पर 49 जेसीबी मय चालक तैनात हैं। आपदा की दृष्टि से खतरनाक 21 वृक्षों का पातन किया गया है, 03 सडक़े बंद है शीघ्र खोल दिए जाएंगे। 26 विद्यालय व 5 आंगनबाड़ी केंद्र आपदा की दृष्टि से संवेदनशील चिन्हित किए गए हैं। अभी तक जनपद में विभिन्न विभागों की 82 लाख की परिसंपत्तियों का आपदा से नुकसान हुआ है। 02 मकान पूर्ण व 06 मकानों को आंशिक क्षति हुई है, जिन्हें मुआवजा दे दिया गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि अधिकारियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं। आपदा कंट्रोल रूम 24 घंटे खुला है। आकाशीय बिजली गिरने से 280 बकरियां मर गई थी, जिनका मुआवजा वितरित कर दिया गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में एनडीआरएफ व एसडीआरएफ को अलर्ट पर रखा गया है।

वीसी में अपर जिलाधिकारी सीएस इमलाल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ बीड़ी जोशी, उप जिलाधिकारी हरगिरी, मोनिका अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग राजकुमार, पीएमजीएसवाई विजय कृष्ण, जल संस्थान सीएस देवडी, सिंचाई केके जोशी, आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।

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