बागेश्वर: संघर्ष समिति ने टनकपुर से बागेश्वर तक रेल लाइन की मांग को लेकर किया प्रदर्शन ,दी आंदोलन की चेतावनी

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बागेश्वर- करीब डेढ़ दशक से बागेश्वर में टनकपुर से बागेश्वर तक रेल लाइन की मांग चलती आ रही है इस दौरान बागेश्वर से लेकर दिल्ली जंतर मंतर तक इस आंदोलन की धमक देखने को मिली है।लेकिन अभी तक इस रेल लाइन की स्थिति महज सर्वे तक में ही अटकी है। रेल मार्ग के निर्माण की मांग को लेकर बागेश्वर टनकपुर रेल मार्ग निर्माण संघर्ष समिति ने तहसील में प्रदर्शन किया। समिति ने बताया की सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रेल लाइन का निर्माण अधर में लटका हुआ है। अंग्रेजी हुकुमत से लेकर अभी तक सर्वे के अलावा और कुछ नहीं हो सका है। रेल संघर्ष समिति ने केंद्र सरकार से तत्काल बजट मंजूर करने की मांग की। ऐसा नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि रेल आने से ही जिले का विकास होगा,इतना ही नहीं इस रेल लाइन के आने से बागेश्वर के साथ साथ चंपावत ,पिथौरागढ़ जिले के पहाड़ी क्षेत्र का भी विकास होगा पर्यटन से लेकर अन्य गतिविधियां बढ़ेगी। रेल लाइन संघर्ष समिति की अध्यक्ष नीमा दफौटी के नेतृत्व में लोग तहसील परिसर में एकत्र हुए। उन्होंने यहां नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि टनकपुर-बागेश्वर रेल मार्ग सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। अंग्रेजी हुकुमत से लेकर आज तक मार्ग की कई बार सर्वे हो चुकी है। इसके एक सर्वे अभी जारी है। बताया की केंद्र सरकार ने पहले ही राष्ट्रीय प्रोजक्ट में भी इस मांग को शामिल कर दिया है। लेकिन अभी तक बजट स्वीकृत नहीं किया गया है,उन्होंने सरकार से जल्द ही इस रेलमार्ग के निर्माण के लिए बजट देने की मांग की इस मौके पर गीता रावल, हयात सिंह मेहता, केशवानंद जोशी,सुनीता टम्टा,भावना रावत, इंद्रा जोशी,हेमलता,हितेश खेतवाल, विक्रम दियोड़ी,महेंद्र कोश्यारी आदि मौजूद रहे।

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