बागेश्वर: जिले के विकास को धरातल में उतारने के उद्देश्य से डीएम ने ली जिला नागरिक समिति की अहम बैठक, अधिकारियों को दिए निर्देश

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बागेश्वर जनपद में समावेशी विकास को धरातल पर उतारे, परस्पर समन्वय, सहयोग व सुझावों के साथ कार्य करते हुए नवाचारात्मक सोच के साथ विकास कार्यों को अंजाम दें, यह निर्देश जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने जिला नागरिक समिति की बैठक लेते हुए अधिकारियों को दिए।

कलेक्ट्रेट सभागार में समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी ने कहा नागरिक समिति के माध्यम से आए सुझावों पर विभाग तीव्र विकास सुनिश्चित करते हेतु मजबूत रणनीति के तहत कार्य करें। जन सरोकारों से संबंधित समस्याओं को प्राथमिकता से रखा जाए। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सुनियोजित विकास के लिए माइक्रो प्लान तैयार किया जाए। लोक कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में आ रही व्यावहारिक समस्याओं को दूर करने के लिए समिति के सदस्यों से समन्वय किया जाए तथा शासन से संबंधित प्रकरणों को जिला कार्यालय को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

जिलाधिकारी ने कहा समिति का उद्देश्य नवाचारात्मक सोच के साथ जनपद में धरातली विकास सुनिश्चित करना है, इसलिए विभाग परस्पर समन्वय, सहयोग दृढ़इच्छाशक्ति के साथ कार्य करें, जिससे समिति अपने व्यावहारिक लक्ष्यों को प्राप्त कर सकें। उन्होंने विभागों को यह भी निर्देश दिए कि बैठक में समिति के सदस्यों द्वारा दिए गए सुझावो पर नियमानुसार कार्यवाही करते हुए विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करें।

बैठक में समिति के सदस्य संजय शाह जगाती द्वारा बढ़ते बाघ के आतंक को देखते हुए पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था करने, गोमती नदी किनारे स्वीकृत सड़क निर्माण कराने, सरयू पुल पर स्वीकृति पुल निर्माण कराने, शांति व्यवस्था हेतु पुलिस गश्त बढ़ाने, बेलगाम वाहनो पर रोक लगाने, जनपद में खड़िया आधारित उद्योग लगाने व जनपद में चकबंदी लागू करने आदि सुझाव रखें, जिस पर जिलाधिकारी ने परिवहन विभाग और पुलिस को संयुक्त चेकिंग अभियान चलाने, रात को भी गश्त कर वाहनों की गहन चेकिंग करने, नगर पालिका को प्रकाश व्यवस्था दुरुस्त रखने व रात्रि के समय कूड़ा उठाने सहित उद्योग स्थापित करने हेतु महाप्रबंधक उद्योग को माइक्रोप्लान तैयार करते हुए प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए, अन्य संबंधित विभागों को सुझावों पर आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया।

सदस्य दलीप खेवाल ने ट्रामा सेंटर से मंडलसेरा बाईपास सड़क निर्माण कराने, भूमिगत पार्किंग बनाने, पिरूल से संबंधित उद्योग हेतु विशेष कार्ययोजना बनाने, दिन-प्रतिदिन बढ़ रहे नशे की प्रचलन पर रोक लगाने का सुझाव रखा, रणजीत बोरा ने सड़कों को गड्ढा
मुक्त करने, संकरे मोडों पर सड़क चौड़ीकरण करने, तेज रफ्तार वाहनों पर लगाम लगाने आदि सुझाव रखे वही चंद्रशेखर पांडे ने गरुड़ आपण बाजार स्थित बंद दुकानें खुलवाने, हरीश सोनी द्वारा शहरी क्षेत्रों में पानी की समस्या बताते हुए सिंचाई विभाग के बंद पंपों को संचालित कराने तथा गीता रावल द्वारा मंडलसेरा सीएमओ आवासीय भवन तक सड़क निर्माण कराने का सुझाव रखा, जिस पर जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों को आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया।

बैठक में अपर जिलाधिकारी चंद्र सिंह इमलाल, जिला विकास अधिकारी संगीता आर्या, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. हरीश पोखरिया, सैनिक कल्याण अधिकारी रणजीत सेठ, जिला कार्यक्रम अधिकारी अनुलेखा बिष्ट, महाप्रबंधक उद्योग जीपी दुर्गापाल, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग राजकुमार, जल संस्थान सीएस देवरी, जिला पूर्ति अधिकारी मनोज बर्मन, समाज कल्याण अधिकारी हेम तिवारी, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी केसी पलड़िया, आबकारी अधिकारी मीनाक्षी सहित अनेक अधिकारी व समिति के सदस्य मौजूद थे।

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