बागेश्वर: जंगलों में आग की घटना से निपटने के लिए अलर्ट मोड में वन महकमा, फायर सीजन की तैयारियों पर क्या बोले डीएफओ हिमांशु बागरी आप भी देखिए पूरा विडियो
बागेश्वर जिले में लगभग एक लाख हेक्टेयर वन क्षेत्र है जिसमे अधिकतर चीड़ के जंगल हैं जिसके चलते वनाग्नि की संभावना भी कुछ अधिक होती है बीते सालों में भी गर्मी काल में जंगलों में आग की घटनाएं होती रही हैं जिससे सैकड़ों हेक्टयर वन क्षेत्र प्रभावित भी हुवे हैं और बहुमूल्य वन्य संपदा का भी नुकसान होता रहा है ।वर्ष 2022 में भी करीब 500 हेक्टेयर वन भूमि में वनाग्नि की घटना हुई थी वही इस साल फायर सीजन को लेकर वन महकमा पूरी तरह अलर्ट मोड में है। डीएफओ बागेश्वर हिमांशु बागरी ने बताया कि विभाग की फायर सीजन पूर्व से ही तैयारियां की हैं, क्योंकि इस बार मानसून सीजन के बाद वर्षा में कमी रही है, जिसके चलते जंगलों में आग का खतरा कुछ अधिक है,जिससे निपटने के लिए विभाग ने 30 क्रू स्टेशन तैयार किए हैं जिनमे प्रत्येक क्रू स्टेशन में 3 फायर वाचरों की तैनाती रखी गई है, अगर जंगलों में आग की घटना में इजाफा होने की दशा में फायर वाचरों की संख्या बढ़ाई जाएगी साथ ही 30फायर ब्लोवर भी तय किए गए हैं जिनसे आग बुझाने का प्रयास किया जाएगा और ड्रोन कैमरे से भी निगरानी की जाएगी।