कुमाऊं की काशी बागेश्वर में नवरात्र के अवसर पर दुर्गा पूजा,देवी पूजा की धूम
नवरात्र के शुभारंभ के अवसर पर आज सुबह से उत्तराखंड में कुमाऊं की काशी के नाम से सुमार बागनाथ नगरी बागेश्वर के देवालयों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा । कांडा के कालिका मंदिर, भद्रकाली मंदिर, कपकोट के बदियाकोट और गरुड़ के मां कोट भ्रामरी मंदिर में भी लोगों ने पूजा अर्चना की। अगले नौ दिनों में, भक्त देवी दुर्गा की पूजा करते हैं और उपवास रखते हैं। शारदीय नवरात्र के सुभारम्भ के साथ ही।
नवरात्रों में नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। नवरात्र के आज पहले दिन बागनाथ नगरी में दुर्गा पूजा महोत्सव और देवी पूजा महोत्सव का शुभारंभ भी हो गया है ये दोनो महोत्सव नुमाइश खेत मैदान परिसर में आयोजित होते है प्रातः काल भव्य कलश यात्रा के बाद महोत्सव का शुभारंभ हुआ नगर की दुर्गा पूजा पूरे क्षेत्र की सबसे पुरानी दुर्गा पूजा है जो की 1984 से लगातार आयोजित हो रही है इस साल अपने 38 वर्ष में इस पूजा का आयोजन हो रहा है।
पालिकाध्यक्ष सुरेश खेतवाल ने दुर्गा पूजा व जिलापंचायत उपाध्यक्ष नवीन परिहार ने देवी पूजा महोत्सव का शुभारंभ किया।
खरेही क्षेत्र में भी दुर्गा पूजा की धूम
नगर के साथ साथ ग्रामीण अंचलों में भी खूबसूरत दुर्गा पूजा के पंडाल सजे हुवे है ।वहीं बात करें जोशी गांव खरे ही क्षेत्र की तो यहां भी विगत कई वर्षों से दुर्गा पूजा का आयोजन किया जा रहा है सर्वप्रथम आज प्रातःकाल भव्य कलश यात्रा का आयोजन किया गया जिसमे ग्रामीण माताएं बहिनें पारंपरिक वेष भूषा में रही।
और ये शोभा यात्रा ग्रामीण क्षेत्र से होती हुई माता के मंदिर परिसर में बने पंडाल में पहुंची और पूरे विधि विधान से दुर्गा पूजा का शुभारंभ हुआ जो की आगामी 9 दिनों तक होगा और दशहरे के दिन बागेश्वर में माता की भव्य शोभायात्रा के साथ मां सरयू में मूर्ति विसर्जन के साथ महोत्सव का समापन होगा।
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