हल्द्वानी -(गजब की खबर) इंजीनियर चायवाला बना पहाड़ी पंकज, चाय के साथ सेल्फी का भी बड़ा क्रेज

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आज ये कहानी है अल्मोड़ा जनपद के रानीखेत के युवा पंकज पांडे की जिन्‍होंने उत्तराखंड के गरुड़ गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज से मैकेनिकल इंजीनियर की पढ़ाई की है इसके बाद उन्हें प्राइवेट सेक्टर में चंद हजार की कई नौकरी तो मिलीं लेकिन सरकारी नौकरी नहीं लग पाई, लेकिन बुलंद हौसले वाले पंकज ने अपना स्टार्टअप शुरू करने की ठान ली, पंकज पांडे ने बताया कि शुरुआती दौर में उनके पास पैसा नहीं होने के चलते दोस्तों से उधार पैसे लेकर 30 हजार का चाय का चलता फिरता स्टाल तैयार किया, जहां पंकज ने बताया कि अपने चाय के स्टॉल के नाम को कुछ अलग नाम से क्यों न रखा जाए, पंकज ने अपने इंजीनियरिंग कि डिप्लोमा को देखते हुए अपनी दुकान का नाम इंजीनियर चायवाला रख दिया और आज पंकज पांडे अपनी चाय के स्टॉल को कुमाऊ के सबसे बड़े एमबीपीजी महाविद्यालय गेट पर लगाते हैं, जहां चाय पीने के लिए आम आदमी से लेकर खास आदमी तक पहुंचता है, पंकज पांडे के इंजीनियर चाय वाला स्टॉल पर चाय पीने के लिए लोग अच्छी तादाद में पहुंचते हैं, और पंकज पांडे के दुकान के साथ सेल्फी भी लेते हैं। पंकज पांडे का कहना है कि अपने वह कारोबार से खुश हैं और आज वह अपना स्टार्टअप शुरू कर रोजाना करीब दो से ढाई हजार रुपए कमा लेते हैं।

उनके चाय के स्टॉल पर नॉर्मल चाय 10 रुपये से लेकर कुल्हड़ वाली चाय की कीमत 20 से 25 रुपये हैं पंकज कि चाय को ग्राहक भी खूब पसंद करते हैं। पंकज पांडे ने बताया कि मेरे घरवालों ने मुझे पढ़ाया लिखाया जहां गरुड़ पॉलिटेक्निक कॉलेज से मैकेनिकल इंजीनियर का कोर्स करने के बाद कई कंपनियों में इंटरव्यू दिए और कई सरकारी फॉर्म भी भरे लेकिन सरकारी नौकरी नहीं मिली सरकार की ओर से भी कई डिपार्टमेंट में मैकेनिकल इंजीनियर की पोस्ट खत्म कर दी गई है, पंकज ने कहा कि लगातार मेरी उम्र भी बढ़ रही थी और नौकरी पाना अब मुश्किल सा लग रहा था घरवालों की उम्मीद थी कि बेटे को पढ़ा लिखाया है तो बेटा भी अपना फर्ज निभाएगा, लेकिन हालात सुधर नहीं रहे थे ऐसे में मैंने खुद डिसीजन लिया और चाय बेचने का स्टार्टअप शुरू किया।
पंकज पांडे का कहना है कि जिस तरह से आज के दौर में नौकरियां खत्म हो रही है युवा बेरोजगार घूम रहा है ऐसे में हम सभी युवाओं को नौकरी नहीं मिलने की स्थिति में अपने स्वरोजगार की ओर बढ़ाने चाहिए, जिससे कि अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सके।