हेमवती नंदन बहुगुणा केन्द्रीय विश्वविद्यालय श्रीनगर गढ़वाल तथा कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल की स्वर्ण जयंती वर्ष “स्वर्णिम अमृत संदेश रथ यात्रा “
हेमवती नंदन बहुगुणा केन्द्रीय विश्वविद्यालय श्रीनगर गढ़वाल तथा कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल की स्वर्ण जयंती वर्ष को यादगार बनाने के लिए उतराखण्ड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद देहरादून तथा मैती संस्था के संयुक्त तत्वावधान में “स्वर्णिम अमृत संदेश रथ यात्रा “का आयोजन किया जा रहा है। इस अवसर पर दोनों विश्वविद्यालयके प्रतिनिधि दल एक दूसरे के परिसर में पंहुच कर पचास-पचास पेड़ उपहार में भेंट करेंगे तथा वृक्षारोपण करेंगे।
माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी ने दिनांक 16 दिसम्बर को अपने आवास में आयोजित कार्यक्रम में दोनों विश्वविद्यालयों के प्रतिनिधियों को एक एक रुद्राक्ष की पौध भेंट कर बधाई तथा शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि जलवायु में आ रहे बदलावों से अनेक प्राकृतिक समस्याएं पैदा होने लगी हैं जिनका समाधान समय से करना जरूरी हो गया है। विश्वविद्यालय में अध्ययन करने वाले छात्र छात्राएं वौद्धिक व समझदार होते हैं ये हमारे सबसे बड़े मानव संसाधन हैं। प्राकृतिक संरक्षण में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका है।जन जागरुकता अभियान में इनकी बड़ी भूमिका है। यह यात्रा इस दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने दोनों दलों को इस इको फ्रेंडली यात्रा की शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर यूकास्ट के महानिदेशक प्रो दुर्गेश पंत जी ने कहा कि यह वर्ष हमारे लिए खास इसलिए है कि हमारा देश स्वाधीनता का अमृत वर्ष मना रहा है। अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के आह्वान पर संयुक्त राष्ट्र संघ अन्तर्राष्ट्रीय मिलिट वर्ष भी मना रहा है और प्रकृति संरक्षण की दिशा में विश्व प्रसिद्ध चिपको आंदोलन की भी स्वर्ण जयंती है।
इसलिए दोनों विश्वविद्यालयों के बीच में इको फ्रेंडली के रूप में आयोजित “स्वर्ण अमृत संदेश रथ यात्रा” का आयोजन अपने में अभूतपूर्व आये है। इस यात्रा के माध्यम से जलवायु परिवर्तन के कारण पैदा होने वाली समस्याओं के प्रति जन जागरुकता बढ़ेगी।
मैती संस्था के संस्थापक पद्मश्री डॉ कल्याण सिंह रावत ने कहा कि यह यात्रा हमारी हिमालयी संस्कृति, बोली-भाषा, परम्पराओं के प्रति भी जागरुकता जगाने का सशक्त माध्यम हैं। उन्होंने बताया कि इस यात्रा में पहाड़ी मोटे अनाजों के प्रति जागरूकता जगाने के लिए दोनों विश्वविद्यालय एक दूसरे को सौगात के रूप में मोटे अनाजों से बने कलेऊ भी भेंट करेंगे। बाराहनाजा खाजा और अरसे, रोटन भी बांटे जाएंगे।
” स्वर्णिम अमृत संदेश रथ यात्रा” के द्वारा बढती
जल समस्या तथा जल प्रदूषण के प्रति भी जन जागरुकता जगाने का प्रयास किया जायेगा। इसके लिए हेमवती नंदन बहुगुणा केन्द्रीय विश्वविद्यालय की उमंग इकाई गंगा जल को कलश में ले जाकर नैनीताल सरोवर में जल अभिषेक करेंगे साथ ही नैनीताल के समस्त झीलों का पानी श्रीनगर लाकर गंगा में विसर्जित किया जायेगा। हे न ब गढ़वाल केन्द्रीय विश्वविद्यालय श्रीनगर के उच्च पादप कार्यिकी शोध केन्द्र (हैप्रिक)से पचास विभिन्न प्रजातियों के पेड़ नैनीताल ले जाकर माननीय कुलपति प्रो डी एस रावत जी को भेंट किए जायेंगे। कुमाऊं विश्वविद्यालय की ओर से वन शोध संस्थान हल्द्वानी से वन विशेषज्ञ श्री मदन सिंह विष्ट जी पौधों की उपलब्धता करायेंगे जिन्हें है न बहुगुणा गढ़वाल केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति माननीय श्रीमती अन्नपूर्णा नौटियाल जी को भेंट किए जायेंगे। इन पौधों को चित्रा गार्डन में लगाया जायेगा।
दोनों विश्वविद्यालयों में वृक्षारोपण कार्यक्रम के पश्चात जलवायु परिवर्तन तथा पर्यावरणीय मुद्दों पर सेमिनार का आयोजन किया जायेगा। यू कास्ट की ओर से इनका आयोजन किया जायेगा। इन संगोष्ठी में सामाजिक रूप से कार्यरत लोगों, विशेषज्ञों तथा पर्यावरण विदो् को आमंत्रित किया गया है।
स्वर्णिम अमृत संदेश रथ यात्रा के दौरान यात्रा मार्ग में कुछ चिन्हित युवाओं को जो पर्यावरण संरक्षण की दिशा में उल्लेखनीय कार्य कर रहे हैं उन्हें सम्मानित किया जायेगा। इनमें द्वारहाट से अध्यापक श्री जमुना प्रसाद तिवारी जो कण्टर अभियान के लिए प्रसिद्ध हैं तथा चौखुटिया से वनाग्नि के प्रति जागरूकता जगाने वाले श्री शंकर सिंह विष्ट प्रमुख हैं। कुमाऊं इंजीनियरिंग कालेज में एक गोष्ठी के दौरान इन्हें वसुन्धरा अमृत सम्मान से नवाजा जाएगा।
स्वर्णिम अमृत संदेश रथ यात्रा में हेमवती नंदन बहुगुणा केन्द्रीय विश्वविद्यालय श्रीनगर गढ़वाल, कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल, यूकास्ट, मैती,टी एच डी सी इंडिया लि, सैर सलीका, नियोविजन फाउन्डेशन देहरादून, त्रयंबकम फाउन्डेशन देहरादून के सदस्य भाग ले रही हैं। स्वर्णिम अमृत संदेश रथ यात्रा के संचालक पद्मश्री डॉ कल्याण सिंह रावत ने कहा कि यात्रा 18दिसम्बर को श्रीनगर से शुरू होगी तथा 21दिसम्बर तक चलेगी।