उत्तराखंड: अस्पतालों एवं स्वास्थ्य केंद्रों में तकनीकी संवर्ग के अंतर्गत रिक्त पदों को भरने के निर्देश
देहरादून: सूबे के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत की अध्यक्षता में स्वास्थ्य महानिदेशालय स्थित सभागार में विभागीय समीक्षा बैठक हुई। जिसमें कई महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर चर्चा कर विभागीय अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये गये।बैठक में डॉ रावत ने राजकीय अस्पतालों एवं स्वास्थ्य केंद्रों में तकनीकी संवर्ग के अंतर्गत रिक्त पदों को भरने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये। जन्होने कहा कि अस्पतालों में आधुनिक चिकित्सा सेवाओं को सुचारू रूप से संचालन के लिये दक्ष टेक्नीशियन स्टाफ का होना आवश्यक है। इसके लिये अस्पतालों में लैब टेक्नीशियन, एक्स-रे, ई.सी.जी., ऑक्सीजन प्लांट टेक्नीशियन, ऑपरेशन थिएटर टेक्नीशियन, ऑप्टोमेट्रिस्ट एवं अन्य टेक्नीशियनों की नियुक्ति आई.पी.एच.एस. मानकों के अनुसार की जाए। इसके अलावा विभागीय मंत्री ने वार्ड ब्वाय के 3023 स्वीकृत पद के सापेक्ष 986 पदों को आउटसोर्स से शीघ्र भरने के निर्देश अधिकारियों को दिये। इसके साथ ही उन्होंने अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में नर्सिंग अधिकारियों की कमी को दूर करने के लिए प्रतिक्षा सूची से जल्द से जल्द नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने को कहा। इसके साथ ही डॉ रावत ने लंबे समय से गैर हाजिर चल रहे चिकित्सकों, फार्मासिस्ट, लैब टेक्नीशियन व अन्य स्वास्थ्य कर्मी को हटाने की प्रक्रिया तत्काल शुरू करने को अधिकारियों को कहा।बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा करते हुए डॉ रावत ने कहा कि सूबे में स्पेशलिस्ट चिकित्सक कैडर, प्रशासनिक कैडर के अलावा चार धाम यात्रा मार्ग के लिये चिकित्सकों का पृथक से कैडर बनाया जाएगा जिसके निर्देश अधिकारियों को दे दिए हैं। उन्होंने कहा कि विभाग में विभिन्न संवर्गों के अंतर्गत लंबे समय रिक्त पदों पर कार्मिकों की पदोन्नति के शीघ्र की जाएगी।विभागीय मंत्री ने विभाग में चल रहे विभिन्न निर्माण कार्यों को तय समय मे पूर्ण करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिये। उन्होंने निर्माण कार्यों में ढीलाई करने वाली कार्यदायी संस्थाओं के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने के निर्देश भी बैठक में दिये।
बैठक में डॉ तारा आर्या स्वास्थ्य महानिदेशक, डॉ आनंद श्रीवास्तव अपर सचिव, डॉ सुनिता टम्टा स्वास्थ्य निदेशक, डॉ नरेंद्र तोमर आदि विभागीय अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।