शराब के खिलाफ महा पंचायत का फैसला अवैध शराब बेचने पर बिच्छू घास लगाकर सिखाया जाएगा सबक

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उत्तराखंड के सभी गांव में आज की तारीख में शराब सबसे बड़ी समस्या बनकर सामने आई है गांव का युवा हो या बुज़ुर्ग ज्यादातर नशे की गिरफ्त में हैं अब उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में अवैध शराब के खिलाफ महिलाओं ने कमर कस ली है। नशे के खिलाफ युवाओं को एकत्रित कर काकडी घाट में महापंचायत का आयोजन किया गया। इससे पूर्व 27 जुलाई को मातृशक्ति की अगुवाई में एकता मंच से जुड़े नौजवानों ने नशे के खिलाफ 16 किलोमीटर का जुलूस निकालकर 10 दिन की चेतावनी दी थी।पहाड़ के लगभग सभी छोटे हो या बड़े गांव सभी जगह अवैध शराब की बिक्री धीरे-धीरे गांवों को नशे के आगोष में ले रही है पहाड़ की जवानी भी लगातार नशे की गिरफ्त में फसती जा रही है। हालात बेकाबू होते देख अब महिलाओं ने नशे को जड़ से उखाड़ फेकने का बड़ा संकल्प लिया है। रविवार को 10 से ज्यादा गांव की महिलाओं ने शीतला खेत से विभिन्न गांव को होते हुए जुलूस निकाला और शाम को काकडी घाट में महापंचायत में निर्णय लिया किस चोरी छुपे शराब बेचने वालों को बिच्छू घास से सबक सिखाया जाएगा। ग्रामीणों ने बताया कि तल्ला तिख़ून व कण्डारखुआं छोटी-छोटी दुकानें शराब का अड्डा बन चुकी है लिहाजा अब अवैध शराब बेचने वालों को शिशौण यानी बिच्छू घास लगाकर सबक सिखाया जाएगा।

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