नैनीताल : DM ने जारी किए ऑडर्र, आग मामले में संयुक्त जांच के निर्देश
नैनीताल नगर एक ब्रिटिश कालीन पर्वतीय बस्ती है, जिसकी पुरातन इमारतें प्रायः काष्ठ-आधारित संरचना पर निर्मित हैं। इस प्रकार की निर्माण शैली अग्निकाण्ड की स्थिति में उच्च जोखिम वाली मानी जाती है। हाल ही में घटित घटनाओं से यह आवश्यकता पुनः रेखांकित हुई है कि नगर क्षेत्र में उपलब्ध अग्नि सुरक्षा व्यवस्थाओं, विशेषकर फायर हाइड्रेट्स की कार्यशीलता एवम् पहुँच क्षमता का सम्यक् आकलन किया जाए।
अतः परगना अधिकारी, नैनीताल, अधिशासी अभियन्ता उत्तराखण्ड जल संस्थान, नैनीताल तथा अग्निशमन अधिकारी, फायर स्टेशन, नैनीताल की एक संयुक्त समिति गठित की जाती है, जो नगर क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण कर निम्न बिन्दुओं पर आधारित एक सुस्पष्ट, तथ्यपरक एवम् अद्यतन जाँच प्रतिवेदन प्रस्तुत करेगी :-
नैनीताल नगर क्षेत्र में स्थापित फायर हाइड्रेट्स में से क्रियाशील/अक्रियाशील पाए गए हाइड्रेट्स का पृथक-पृथक विवरण।
प्रत्येक हाइड्रेट्स तक दमकल वाहनों की वास्तविक पहुँच क्षमता का परीक्षण एवम् प्रतिवेदन।
मरम्मत, प्रतिस्थापन अथवा अतिरिक्त फायर हाइड्रेट् स्थापना हेतु आवश्यक तकनीकी एवम् प्रशासनिक अनुशंसाएँ।
हाईडेंट्स में पानी की सीधी सप्लाई की व्यावहारिक संभावनाओं पर विचार।
समिति अपना निरीक्षण कार्य प्रारम्भ कर सात (07) दिवस के भीतर जाँच प्रतिवेदन इस कार्यालय में प्रस्तुत करेगी, ताकि आवश्यक अग्नि सुरक्षा सुधारात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जा सके। दिनांक: 10-12-202

