बागेश्वर:अधिकारियों की बैठक लेते हुए सचिव जावलकर ने चल रही योजनाओं की वस्तुस्थिति का जायजा लेने पर जोर दिया,दिए ये निर्देश


बागेश्वर उत्तराखंड सरकार में वित्त, निर्वाचन और सहकारिता विभाग के सचिव दिलीप जावलकर ने शनिवार को जिला कार्यालय में विकास कार्यों की समीक्षा के लिए अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसके बाद उन्होंने स्टेकहोल्डर्स, उद्योग प्रतिनिधियों, पर्यटन से जुड़े लोगों और किसानों व एनजीओ के साथ विस्तृत चर्चा भी की।
जिला कार्यालय में अधिकारियों की बैठक लेते हुए सचिव जावलकर ने चल रही योजनाओं की वस्तुस्थिति का जायजा लेने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि फीडबैक के आधार पर नीतियों को अधिक व्यावहारिक बनाया जाना चाहिए।योजनाओं में धन आवंटन या किसी अन्य समस्या पर विस्तार से चर्चा की गई और जमीनी स्तर पर आ रही कठिनाइयों को भी समझा गया।
सचिव ने ट्राउट मछली पालन के क्षेत्र में जिले में हो रहे अच्छे कार्यों की सराहना की। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने इस पर लगभग ₹200 करोड़ की नई योजना प्रस्तावित की है, जिसे नाबार्ड से भी पोषित किया जाएगा, और बागेश्वर जिले को इसका बड़ा लाभ मिलेगा। इसी तरह, कीवी उत्पादन में भी जिले के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने एक वृहद योजना बनाकर कार्य करने का सुझाव दिया। बागनाथ मंदिर के विकास के संदर्भ में उन्होंने कहा कि इसे भारत सरकार की प्रसाद योजना में प्रस्तावित किया गया है। उन्होंने जिलाधिकारी को इसके विकास के लिए राज्य सेक्टर में भी प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिए। जावलकर ने जिले में पर्यटन की अपार संभावनाएं बताते हुए इस दिशा में कार्य करने को कहा और आगामी विश्व पर्यावरण दिवस पर व्यापक पौधारोपण का भी निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन, कार्यों में गुणवत्ता और मितव्ययिता पर विशेष ध्यान देने को कहा। लाभकारी योजनाओं और स्वरोजगार योजनाओं में लाभार्थियों को किसी भी प्रकार की परेशानी न होने देने पर भी जोर दिया। प्रोसेसिंग व ग्रोथ सेंटर के सुचारू संचालन और पशुपालन विभाग को गोट वैली पर ध्यान देने के निर्देश दिए, ताकि अधिक से अधिक लोग इससे लाभान्वित हो सकें। सचिव जावलकर ने जिलाधिकारी आशीष भटगांई द्वारा चलाई जा रही ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ योजना के तहत ‘मेरा सपना-मेरा लक्ष्य’ और लोगों की समस्याओं के निदान के लिए ‘हेलो बागेश्वर’ पहल की सराहना की, इसे बेटियों के लिए बेहतर अवसर और लोगों के लिए समस्या रखने का उचित माध्यम बताया। उन्होंने कौसानी को एक बेहतर पर्यटन स्थल बताते हुए इसके टी गार्डन को पर्यटन से जोड़ने और अन्य गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए।
इसके उपरांत सचिव दिलीप जावलकर ने हितधारकों, उद्योग प्रतिनिधियों, पर्यटन से जुड़े लोगों, एनजीओ और किसानों के साथ जिले के विकास और पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए विस्तृत चर्चा की। उन्होंने जिले में हो रहे विकास कार्यों की प्रशंसा की और इस दौरान उन्होंने भविष्य की दृष्टि से कार्य करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने उम्मीद जताई कि कर्णप्रयाग रेल लाइन से यहां काफी संख्या में पर्यटक आएंगे, जिसके लिए एक अच्छा टूरिस्ट वातावरण तैयार करने, होटलों के विकास और उन्हें अपग्रेड करने पर कार्य करना होगा। प्राप्त हुए सुझावों पर भी कार्य करने का आश्वासन दिया और जिलाधिकारी को हितधारकों के साथ निरंतर बैठकें करने को कहा। उपस्थित लोगों ने जनपद में पर्यटन के क्षेत्र में विशेष ध्यान देने, सरस मार्केट के लिए उचित व्यवस्था करने और पैराग्लाइडिंग जैसी गतिविधियों को बढ़ावा देने सहित कई महत्त्वपूर्ण सुझाव दिए। सचिव ने कहा कि ये सुझाव बेहतर नीतियां बनाने में सहायक होंगे।
जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने सचिव को आश्वस्त किया कि बैठक में दिए गए सभी निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा और हितधारकों से प्राप्त सुझावों पर भी उचित कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में पुलिस अधीक्षक चंद्रशेखर आर घोडके, मुख्य विकास अधिकारी आरसी तिवारी, प्रभागीय वनाधिकारी ध्रुव सिंह मर्तोलिया, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. कुमार आदित्य तिवारी, मुख्य शिक्षा अधिकारी जीएस सौन, परियोजना निदेशक शिल्पी पंत सहित अन्य अधिकारी व विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।



