उत्तराखंड : बागेश्वर की तनुजा का पेंटिंग और एपण का जवाब नहीं,खोजा रोजगार का माध्यम भी

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बागेश्वर। बदलते समय में अब युवा नौकरी के पीछे भागने की बजाय स्वरोजगार के मौके भी तलाशने लगे हैं। तहसील क्षेत्र के गढ़सेर की रहने वाली तनुजा आर्या ने भी शिक्षा हासिल करने के बाद पारंपरिक ऐपण आर्ट और पेंटिंग में रोजगार खोजा है।

उनकी कला जिले की सरहदों से बाहर निकलकर लोगों को लुभा रही है। तनुजा आर्ट से आय अर्जित करने के साथ-साथ 15 बालिकाओं को भी निशुल्क प्रशिक्षण दे रही हैं।तनुजा ने अल्मोड़ा के सोबन
सिंह जीना परिसर से बैचुलर ऑफ फाइन आर्ट की पढ़ाई की है। उन्हें जल रंग, तेल रंग, पेंसिल शेडिंग से लेकर मंडला आर्ट, सेल्फ पोट्रेट, क्ले आर्ट, नेम प्लेट, वॉल पेंटिंग,जिले की सरहदों से बाहर तक पहुंच चुकी है कला, 15 बालिकाओं को निशुल्क निशुल्क कर कर रही हैं प्रशिक्षित मधुबनी आर्ट और ऐपण जैसी पारंपरिक आर्ट विधा में महारत हासिल है। आकर्षक ऐपण से वह लक्ष्मी चौकी, गणेश चौकी, पूजा थाल, कलश को सजाने का काम भी करती हैं।

तनुजा ने बताया कि क्षेत्र के विभिन्न गांवों से उन्हें ऑर्डर मिल रहे हैं। दिल्ली, देहरादून, अल्मोड़ा, चमोली और हिमाचल प्रदेश से भी उन्हें कई ऑर्डर मिल चुके हैं। ऐपण और पेंटिंग से प्रतिमाह 20 हजार रुपये तक आय हो जाती है।

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