बाबा बागनाथ की नगरी कुमाऊं की काशी बागेश्वर में भगवान शंकर पर आधारित नाटकों का हुआ शानदार मंचन

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उत्तराखंड में कुमाऊं की काशी के नाम से सुमार भगवान शिव की बागनाथ नगरी बागेश्वर में शिवरात्र पर्व के मौके पर भगवान शंकर पर आधारित रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस दौरान शिवरात्रि आयोजक समिति के द्वारा आयोजित भस्मासुर नाटक का भी सुंदर मंचन किया गया जो कि सभी को भाया। दर्शकों ने देर शाम तक कार्यक्रमों का लुत्फ उठाया। पूर्व पालिकाध्यक्ष गीता रावल ने कार्यक्रम का दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया।

नुमाइशखेत मैदान पर आयोजित कार्यक्रम में पूर्व पालिकाध्याक्ष ने कहा कि भस्मासुर हिन्दू पौराणिक कथाओं में वर्णित एक ऐसा राक्षस था। जिसे स्वयं भगवान शिव का वरदान था कि वह जिसके सिर पर हाथ रखेगा, वह भस्म हो जाएगा। उन्होंने आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि इससे संस्कृति संरक्षण में मदद मिलती है। क्षेत्र के लोक गायकों, कलाकारों को मंच मिलता है। महोत्सव से लोगों का स्वस्थ मनोरंजन होता है। कहा कि महोत्सव आयोजन के लिए आयोजकों की जितनी सराहना की जाए, वह कम है। । इस दौरान बाबा बागनाथ पर आधारित नाटक, शिव स्तुति के साथ ही शिव पार्वती के विवाह पर आधारित चांचरी और महिलाओ ने होली का गायन किया। स्कूली छात्र-छात्राओं ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए। इस मौके पर वृक्ष प्रेमी किशन मलडा, हरीश सोनी, नवीन लाल साह, दिलीप खेतवाल, इंद्र सिंह परिहार, जगदीश दफौटी, केशवानंद जोशी, गोपाल बोरा, रवि जोशी, बाला दत्त तिवारी, रमेश कृषक, डा. पिंकी पांडेय, सुनीता टम्टा, रमेश पर्वतीय, उमेश साह आदि मौजूद रहे। संचालन डा. गोपाल कृष्ण जोशी ने किया।