उत्तराखंडः यहां अलाव की लकड़ी को लेकर विधायक और चेयरमैन के बीच हुई अनबन,समर्थक भी भिड़े आपस में

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इन दिनों उत्तराखंड में हाड़कपाने वाली ठंड का प्रकोप देखने को मिल रहा है। पहाड़ों में बेसक दिन के समय धूप खिलने से थोड़ा राहत है लेकिन मैदानी क्षेत्रों में कोहरे के चलते तापमान में कमी देखने को मिल रहा है ऐसे में लोग अलाव के तरफ भागते है। उत्तराखंड के कई जगहों पर नगर निगम और नगर पालिका द्वारा अलाव की व्यवस्था की जाती है। लेकिन कही अलाव को लेकर भी गाली-गलौच, धक्कामुक्की हो जाय तो गजब है। जी हां पूरा मामला रुड़की की मंगलौर नगर पालिका का है। जहां अलाव की लकड़ी को लेकर पालिका चेयरमैन और विधायक आपस में भिड़ गए। पहले विधायक और चेयरमैन के बीच गाली-गलौच, धक्कामुक्की हुई। इसके बाद समर्थक भी आपस में भिड़ गए। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने लाठियां फटकार कर भीड़ को तितर-बितर किया। इसी दौरान चेयरमैन पालिका के एक कमरे में घुस गए और दरवाजा बंद कर लिया। करीब 20 मिनट बाद सीओ पंकज गैरोला पुलिस बल के साथ पहुंचे और उन्हें आवास तक पहुंचाया।खबर बुधवार देर शाम की है। नगरपालिका के ठेकेदार निर्वेश शर्मा ने पालिका में अलाव के लिए लकड़ी मंगाई थी। कुछ सभासदों ने पालिका अध्यक्ष से शिकायत की कि अलाव के लिए मंगाई गई लकड़ी गीली हैं। इसकी सूचना पर पालिका अध्यक्ष हाजी दिलशाद अली और उनके भाई डॉ शमशाद अली पालिका पहुंच गए। तभी ईओ मोहम्मद कामिल ने ठेकेदार और अध्यक्ष के बीच लकड़ी के विवाद को लेकर मामले की जानकारी ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अभिनव शाह को दी। उन्होंने तहसीलदार शालिनी मौर्य को मौके पर भेजा गया। तहसीलदार जांच कर पाती उससे पहले ही ठेकेदार ने मामले की जानकारी विधायक हाजी सरवत करीम अंसारी को दे दी।जैसे ही यह खबर विधायक को मिली तो विधायक भी अपने समर्थकों के साथ मौके पर पहुंच गए। इसके बाद चेयरमैन व विधायक के बीच नोकझोंक होने लगी। तभी विधायक के किसी समर्थक ने लकड़ी चेयरमैन की ओर उछाल दी गई। इसके बाद विधायक और चेयरमैन भिड़ गए। ईओ मोहम्मद कामिल ने बताया कि मामले की जानकारी ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को दी गई थी। इसके बाद तहसीलदार शालिनी मौर्य ने पहुंचकर जांच की। बताया कि तहसीलदार द्वारा अलाव के लिए मंगाई गई लकड़ी को सही पाया गया है।इस मामले में अध्यक्ष नगर पालिका परिषद मंगलौर हाजी दिलशाद अली का कहना है कि विधायक ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ उन पर हमला किया और अभद्र व्यवहार किया। गीली लकड़ी सप्लाई होने की सभासदों की शिकायत पर पालिका पहुंचे थे। पुलिस ने सुरक्षित घर तक पहुंचाया। जबकि विधायक हाजी सरवत करीम अंसारी का कहना है कि ठेकेदार उनका समर्थक है। वह सही लकड़ी सप्लाई कर रहा है। मेरा समर्थक होने के चलते चेयरमैन गलत आरोप लगाकर उसे परेशान कर रहे हैं। ठेकेदार की शिकायत पर वह नगर पालिका में पहुंचे थे।