उत्तराखंड:(दुखद) यहां गिरा बोल्डर काल बन कर

पिथौरागढ़। देवत में पहाड़ी से एक बोल्डर नहीं बल्कि दिल्ली में रहने वाले सुनील कुमार के परिवार के ऊपर दुःखों का पूरा का पूरा पहाड़ गिरा है। परिवार की सारी खुशियां बोल्डर के नीचे दबकर रह गई। प्रिंस की मां को तो खबर ही नहीं है कि अब उनका जिगर का टुकड़ा इस दुनिया में नहीं रहा। बेटे की मौत से अंजान गर्भवती महिला अस्पताल में जिंदगी के लिए जूझ रही है।जिला अस्पताल में भर्ती घायल गीता देवी ने बताया कि हादसे में जान गंवाने वाले प्रिंस की मां शालिनी देवी (38) उनकी भांजी है। विवाह के बाद वह दिल्ली में ही रहती है। शालिनी के पति सुनील दिल्ली में नौकरी करते हैं। पूजा के लिए तीनों दो दिन पहले ही 17 अगस्त को देवत गांव पहुंचे। सोमवार रात पूजा के बाद सभी सो गए, रात एक बजे कुछ गिरनेकी आवाज सुनी, लेकिन चंद मिनटों में उन्होंने प्रिंस को बोल्डर के नीचे दबा देखा। बोल्डर से दबे प्रिंस के दो बार मम्मी, मम्मी… पुकारा और फिर प्राण त्याग दिए। देवत हादसे में घायल प्रिंस की मां शालिनी पांच माह की गर्भवती है। जिला महिला अस्पताल में महिला का इलाज चल रहा है।


