उत्तराखंड:-यहां पूर्व सीएम हरीश रावत (हरदा) कर गए ये बड़ा वायदा,

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लालकुआं : उत्तराखंड में सभी राजनैतिक दल चुनाव के करीब आते ही एक्टिव मोड में नजर आ रही हैं ।वहीं पिछले विधान सभा में बड़ी हार झेल चुकी कांग्रेस भी आगामी चुनाव प्रदेश में सत्ता पाने के लिए पुरजोर कोशिश में है ।पूर्व सीएम हरीश रावत भी लगातार जनसभा कर पूरे चुनावी रंग में हैं। विधानसभा के वेरीपड़ाव स्थित भानदेव नवाड़ में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने एक विशाल जनसभा को संबोधित किया इस दौरान उन्होंने पूर्व जिला पंचायत सदस्य किरण जोशी और ग्राम प्रधान शंकर जोशी सहित दर्जनों लोगों को कांग्रेस की सदस्यता दिलाई इसके अलावा लालकुआं विधानसभा में पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान विधायक व पूर्व मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल द्वारा किए गए विकास कार्यों को गिनाया। इस दौरान दुर्गापाल और हरेंद्र बोरा के समर्थक बीच-बीच में नारे लगाते हुए दिखाई दिए हरदा ने कहा कि जिसको टिकट मिलेगा उसके साथ पार्टी परमात्मा और जनता सब खड़े हैं और जिसे टिकट नहीं मिला उसके साथ हरीश रावत खड़ा है सरकार आने पर कहीं न कहीं उन्हें अर्जेस्ट किया जाएगा।पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि पर्वतीय लोग पर्वतीय उपज कौड़ी और रिश्ते की पौंड़ी दोनों को भूल गए थे, पूर्वर्ती हरीश रावत सरकार ने ही उन्हें इनकी याद दिलाई। रावत ने कहा कि पर्वतीय उपज मडुआ, गहत, भट्ट, झींगुरा और कोड़ी का उनकी सरकार के दौरान देशभर में प्रचार किया गया आप जैसे ही पुनः कांग्रेस की सरकार आएगी इन पर्वतीय उपज को अंतरराष्ट्रीय मार्केट में उतारा जाएगा। उन्होंने कहा कि आज पर्वतीय समुदाय में अपनी बोलचाल की भाषा में पर्वतीय भाषा का निरंतर प्रयोग समाप्त होता जा रहा है।हमें अपनी मातृभाषा का घर में अवश्य ही प्रयोग करना चाहिए। साथ ही अपने प्राचीन पर्वतीय रिश्तो को जैसे पोंड़ी रिस्ते को आज भूल रहे हैं, इसी प्रकार तमाम रिस्तों को हम हिंदी या अंग्रेजी भाषा से पुकारने लगे हैं। हम अपने बच्चों को इस ओर प्रेरित करें तभी हम अपनी प्राचीन पर्वतीय संस्कृति को बचा कर रख सकते हैं। साथ ही यह भी कहा कि यदि 2022 में कांग्रेस की सरकार आई तो सत्ता में आते ही बिंदुखत्ता वालों से पूछेंगे क्या चाहिए नगरपालिका या राजस्व गांव, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बिंदुखत्ता वासियों को आश्वस्त किया कि सरकार में आते ही उनके बीच में आएंगे और पूछेंगे कि उन्हें नगरपालिका चाहिए अथवा राजस्व गांव, जनता जिस पर मुहर लगा देगी वह सौगात उन्हें सौंप दी जाएगी।

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