उत्तराखंड : शुरू मानसून की उल्टी गिनती ,पहाड़ से मैदान तक बारिश का असर

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उत्तराखंड में मानसून की उल्टी गिनती हुई शुरू,पहाड़ से मैदान तक बारिश का असर।

उत्तराखंड (देहरादून)- उत्तराखंड में मानसून के आगमन की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है और इसके साथ ही राज्य के कई हिस्सों में प्री-मानसून बारिश ने दस्तक दे दी है। केरल में मानसून पहुंचने के बाद अब उत्तराखंड में इसके प्रभाव नजर आने लगे हैं। आमतौर पर केरल से उत्तराखंड पहुंचने में मानसून को करीब 20 दिन का समय लगता है, ऐसे में जून के मध्य तक मानसून के पूर्ण प्रभाव के साथ राज्य में सक्रिय होने की संभावना जताई जा रही है।
आज का मौसम: भारी बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी⤵️
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, आज उत्तराखंड के कई जिलों में भारी बारिश और आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी जारी की गई है। विशेष रूप से देहरादून, पौड़ी, नैनीताल और टिहरी जिलों में गरज के साथ तेज बारिश और बिजली चमकने की संभावना है। देहरादून में सुबह से ही शुरू हुई बारिश ने लोगों को भीषण उमस से राहत दी है।

वहीं पर्वतीय जिलों, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग,पिथौरागढ़, बागेश्वर और चमोली में कहीं-कहीं भारी बारिश का अनुमान है। इन क्षेत्रों में भूस्खलन की आशंका को देखते हुए प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।

मैदानी क्षेत्रों में उमस और तेज धूप⤵️

राज्य के मैदानी हिस्सों जैसे हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर और रुड़की में उमस भरी गर्मी का प्रकोप जारी है। तेज धूप और बढ़ते तापमान ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। हालांकि, आने वाले दिनों में इन इलाकों में भी हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है, जिससे तापमान में कुछ गिरावट आ सकती है।
प्री-मानसून गतिविधियां हुईं तेज⤵️

मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, मई के तीसरे सप्ताह में राज्य में प्री-मानसून गतिविधियां तेज हुई हैं। आने वाले कुछ दिनों तक यह सिलसिला जारी रहेगा। पहाड़ से लेकर मैदानी क्षेत्रों तक बारिश की तीव्रता अलग-अलग हो सकती है, लेकिन ज्यादातर जगहों पर बादल छाए रहने और बौछारें पड़ने की संभावना बनी हुई है।
सावधानी और सतर्कता जरूरी⤵️

पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बारिश के साथ भूस्खलन की आशंका को देखते हुए यात्रा करने वाले पर्यटकों और स्थानीय निवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। उत्तराखंड में मानसून के आगमन से पहले ही मौसम ने करवट ले ली है। एक ओर जहां बारिश ने गर्मी से राहत दी है, वहीं दूसरी ओर भारी बारिश और भूस्खलन की आशंका चिंता का विषय बनी हुई है। आने वाले दिनों में मौसम की स्थिति पर नजर रखना और सतर्कता बरतना सभी के लिए आवश्यक है।

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