उत्तराखंड: आगामी कांवड़ मेला-2023 की तैयारी को लेकर बैठक संपन्न,कांवड़ श्रद्धालु यात्रा का होगा स्वागत हुड़दंगियों पर होगी कड़ी नजर

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04 जुलाई से प्रारम्भ होने वाले कांवड़ मेला-2023 की तैयारी बैठक : कांवड़ श्रद्धालु यात्रा का होगा स्वागत हुड़दंगियों पर होगी कड़ी दृष्टि

दिनांक 24 जून,2023 हरिद्वार: श्री सुशील कुमार आयुक्त गढ़वाल मण्डल की अध्यक्षता में शनिवार को मेला नियंत्रण भवन(सी0सी0आर0) में आगामी 04 जुलाई से प्रारम्भ होने वाले कांवड़ मेला-2023 की तैयारियों के सम्बन्ध में समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ एक बैठक आयोजित हुई।
बैठक में एसडीएम श्री पूरण सिंह राणा ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से कांवड़ यात्रा का इतिहास, कांवड़ यात्रा की समयावधि, विभिन्न राज्यों से आने वाले कांवड़ियों का क्या अनुपात है, वर्ष 2002 से अब तक कितने कांवड़िये पवित्र गंगाजल लेने आये, कावंड़ यात्रा के क्या-क्या नियम रहेंगे, कांवड़ मार्गों का विवरण, वैकल्पिक मार्गों का विवरण, कांवड़ यात्रा की क्या-क्या चुनौतियां हैं, रोड़ीबेलवाला, बैरागी कैम्प सहित पार्कों में की गयी व्यवस्था, कावंड़ यात्रा के सफल संचालन के लिये नोडल अधिकारियों की नियुक्ति, सरकारी तथा गैर सरकारी प्रमुख स्टेक होल्डर, कांवड़ यात्रियों की सुविधा हेतु प्रशासन की व्यवस्था, कांवड़ मेले की दृष्टि से स्वास्थ्य, नगर निगम आदि विभागों द्वारा की जा रही तैयारियां आदि के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी।
कांवड़ मेले के संचालन के लिये बनाई गयी व्यवस्था के सम्बन्ध में आयुक्त गढ़वाल मण्डल द्वारा पूछे जाने पर अधिकारियों ने बताया कि कांवड़ मेले को 12 सुपर जोन, 32 जोन तथा 119 सेक्टरों में बांटा गया है, जिसके पूरे संचालन के लिये पांच नोडल अधिकारी नामित किये गये हैं। इस पर मण्डलायुक्त ने निर्देश दिये कि कांवड़ यात्रा संचालन के लिये जितने भी अधिकारियों की तैनाती की गयी है, उनके मोबाइल नम्बरों को भी शेयर करें। उन्होंने निर्देश दिये कि सभी अधिकारी आपसी समन्वय बनाये रखें ताकि जो भी कांवड़ मेले की व्यवस्था से सम्बन्धित आप कार्य कर रहे हैं, उनके संचालन में कहीं पर भी कोई दिक्कत न आये।श्री सुशील कुमार ने कांवड़ यात्रा के क्या-क्या नियम निर्धारित किये गये हैं तथा क्या-क्या चुनौतियां हैं, के सम्बन्ध में जानकारी ली तो अधिकारियों ने बताया कि कोई भी कांवड़ 12 फीट से ऊंची नहीं होगी, कांवड़िये कोई भी ऐसी सामग्री अपने साथ लेकर नहीं चलेंगे, जिससे नुकसान पहुंचने की संभावना हो तथा व्यापारी बन्धु भी इस तरह की कोई भी सामग्री की बिक्री नहीं करेंगे तथा कांवड़ियों को निर्धारित ध्वनि प्रदूषण के नियमों का पालन करना होगा।
श्री सुशील कुमार आयुक्त गढ़वाल मण्डल ने एक-एक करके सभी विभागों-लोक निर्माण, स्वास्थ्य, विद्युत, शौचालय, जिला पंचायत, पेयजल निगम, वन विभाग, सिंचाई, आपदा प्रबन्धन, एनएचआई, जल संस्थान नगर निगम, पर्यटन,जिला पंचायत आदि सभी कार्यदायी संस्थाओं से उनके द्वारा कांवड़ मेले की तैयारी के सम्बन्ध में जो भी कार्य किये जा रहे हैं, उनके सम्बन्ध में बारीकी से जानकारी ली तथा अधिकारियों को निर्देश दिये कि जहां पर भी जो भी कमी रह गयी है, उसे 30 जून,2023 तक हर हाल में पूरा करना सुनिश्चित करें।आईजी0 गढ़वाल मण्डल श्री के0एस0 नगन्याल ने बैठक में सुरक्षा-व्यवस्था, ध्वनि प्रदूषण आदि से निपटने के लिये अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिये।
इस अवसर पर जिलाधिकारी श्री धीराज सिंह गर्ब्याल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री अजय सिंह, मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रतीक जैन, अपर जिलाधिकारी(वित्त एवं राजस्व) श्री बीर सिंह बुदियाल, अपर जिलाधिकारी(प्रशासन) श्री पी0एल0 शाह, संयुक्त मजिस्ट्रेट रूड़की श्री अभिनव शाह, सिटी मजिस्ट्रेट सुश्री नूपुर वर्मा, एस0पी0 सिटी श्री स्वतंत्र कुमार सिंह, एसपी ट्रैफिक सुश्री रेखा यादव, एमएनए रूड़की/एसडीएम लक्सर श्री विजयनाथ शुक्ल, डीएफओ श्री नीरज शर्मा, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 मनीष दत्त, अधिशासी अभियन्ता लोक निर्माण, श्री सुरेश तोमर, अधिशासी अभियन्ता जल संस्थान श्री मदन सेन, ईई विद्युत श्री एस.एस.उस्मान, रेडक्रास सचिव डॉ0 नरेश चौधरी, आपदा प्रबन्धन अधिकारी सुश्री मीरा रावत, पर्यटन अधिकारी श्री सुरेश सिंह यादव, पंचायती राज से श्री महेश कुमार विश्नोई, सिंचाई सहित सम्बन्धित पदाधिकारी/अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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