उत्तराखंड:(मौसम) प्रदेश में 23 अप्रैल तक मौसम का अपडेट,जानिए कैसा मौसम रहने की है संभावना

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देहरादून- मौसम विभाग का अनुमान सच साबित होता नजर आ रहा है। उत्तराखंड में बीते बुधवार से ही बारिश और आंधी का दौर चल रहा है। दरअसल मौसम विभाग ने 19, 20 और 21 अप्रैल के लिए राज्य में ऑरेंज अलर्ट जारी किया था। मौसम विभाग की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में बृहस्पतिवार को भी बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया है। संवेदनशील इलाकों में भूस्खलन और चट्टानें गिरने से सड़कें बंद होने की आशंका जताई जा रही है।मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक 20 अप्रैल को अधिकांश जिलों में हल्की से मध्यम बारिश, गर्जन के साथ बारिश व कहीं–कहीं 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज आंधी चलने की संभावना है। इसके तहत सभी संबंधित विभागों को अलर्ट रहने और लोगों को सतर्कता बरतने के लिए कहा गया है। इसके अलावा विभाग ने 20 अप्रैल को पिथौरागढ़, बागेश्वर, चमोली, उत्तरकाशी और रुद्रप्रयाग जिले में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। 23 अप्रैल तक प्रदेश में मौसम खराब रहने की संभावना है।मौसम विभाग ने प्रदेश में काश्तकारों को खेतों में कटी हुई उपज को सुरक्षित रखने, पक चुकी फसलों को ओलावृष्टि से बचाने, पशुओं को सुरक्षित स्थान पर रखने व सुरक्षित आवाजाही की हिदायत दी है। बता दे बीते बुधवार को देहरादून, मसूरी समेत कई जगहों पर तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। मसूरी में सुबह से ही मौसम बदला हुआ नजर आया। यहां बारिश के चलते जनजीवन अस्त–व्यस्त रहा। साथ ही देहरादून में सुबह तेज हवाओं के चलते बिजली की सप्लाई कई जगह बाधित रही। दून में देर शाम तेज हवाओं के साथ बारिश काफी देर तक होती रही।बुधवार को मौसम खराब के चलते मैदानी व पहाड़ी क्षेत्रों में ठंड बढ़ गई है। जहां मैदानी इलाकों में बारिश हुई वहीं पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी देखने को मिली। केदार पुरी में बुधवार को दिनभर रुक-रुक कर बर्फबारी हुई। गंगा–यमुना घाटी के निचले इलाकों में बारिश हुई, वहीं गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में दोपहर बाद से बर्फबारी जारी है। बद्रीनाथ धाम की ऊंची चोटियों के साथ हेमकुंड साहिब, फूलों की घाटी, रुद्रनाथ क्षेत्र में बर्फबारी हुई।

गेहूं की फसल की कटाई की तैयारी कर किसानों की बदले मौसम ने चिंता बढ़ा दी है। किसानों को फसल खराब होने का डर सता रहा है। किसान गेहूं कटाई के लिए मौसम साफ होने का इंतजार कर रहे हैं। देहरादून के भानियावाला, बालावाला, प्रेमनगर, मालदेवता, रायवाला, जौलीग्रांट, डोईवाला, ऋषिकेश समेत आसपास के इलाकों में गेहूं की कटाई का काम रोक दिया गया है। पछवादून और जीनसार बावर में भी किसानों के सामने यही स्थिति है। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. संजय कुमार राठी के मुताबिक इस समय बारिश व हवा दोनों ही गेहूं की फसल के लिए मुसीबत से कम नहीं है। बारिश के साथ हवा से पौधे जमीन पर गिर जाते हैं, वहीं काटकर खेतों में छोड़ी गई फसल भीग जाती है। जिससे दाना काला पड़ जाता है।