उत्तराखंड-आंखिर क्यों पहुंच गया पूरा गांव थाने जानें क्या है, पूरा माजरा

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लालकुआं-मामला है बिन्दुखत्ता क्षेत्र का दूसरी महिला को अपने घर लाए ग्रामीण के खिलाफ बिंदुखत्ता के गांधीनगर गांव के सैकड़ों लोगों ने लालकुआं कोतवाली में पहुंचकर करीब घंटे भर से अधिक समय तक धरना दिया, बाद में कोतवाल द्वारा आरोपी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई करने के आश्वासन के बाद ग्रामीण महिलाएं शांत हुई।प्राप्त जानकारी के अनुसार बिंदुखत्ता के गांधीनगर गांव में एक ग्रामीण की पत्नी मायके गई हुई थी इस दौरान यह व्यक्ति अपने घर अपने रिश्ते की भांजी को ले आया, जैसे ही उसकी पत्नी वापस लौटी तो वह उक्त महिला को अपने घर में देखकर आग बबूला हो गई, घर में पति पत्नी के बीच झगड़ा तेज हुआ तो पूरे गांव के ग्रामीण एकत्र हो गए। देखते ही देखते ग्रामीण भी कथित भांजी का भारी विरोध करते हुए उक्त व्यक्ति एवं उसकी कथित भांजी के रिश्ते पर गंभीर सवाल उठाते हुए गांव में अनैतिक कार्यों को बढ़ावा देने का आरोप लगाने लगे।तथा उन्होंने मौके पर पुलिस बल को बुला लिया। जिसके बाद कोतवाली पुलिस ग्रामीणों के दबाव में उक्त ग्रामीण एवं उसकी कथित भांजी को कोतवाली ले आए। जिनके पीछे पीछे 100 से अधिक महिलाएं एवं पुरुष रविवार रात्रि 9:15 बजे कोतवाली में पहुंच गए, और उन्होंने कोतवाली में बैठकर धरना शुरू कर दिया।लगभग 1 घंटे तक चले धरने के दौरान गांधीनगर क्षेत्र की महिलाओं ने आरोप लगाया कि उक्त कथित भांजी अपने पति को छोड़कर आई है तथा इस घर को बर्बाद करने की नियत रखती है। तथा उक्त व्यक्ति भी गलत कार्यो में लिप्त है। इसलिए दोनों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। 1 घंटे बाद कोतवाल संजय कुमार ने आश्वासन दिया कि वह इस मामले में आवश्यक कार्रवाई करेंगे। जिसके बाद महिलाएं शांत होकर 1 घंटे धरना देकर वापस लौट गई।इस दौरान मातृशक्ति ने चेतावनी दी है कि यदि दोनों के खिलाफ पुलिस ने रात्रि में कार्रवाई नहीं की तो प्रातः पुनः बिंदुखत्ता क्षेत्र की महिलाएं कोतवाली में आकर धरना प्रदर्शन करेंगे। इधर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार का कहना है कि पुलिस द्वारा आरोपी व्यक्ति का शांति भंग की धारा 151 के तहत चालान किया जा रहा है। जबकि उसकी कथित भांजी के खिलाफ कोई केस नहीं बनता है। इसलिए उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा सकती है।

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