उत्तराखंड: यहां जंगल की आग की चपेट में आए श्रमिक की अस्पताल में उपचार के दौरान मौत, एक श्रमिक की मौके पर ही हो गई थी मौत

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अल्मोडा : स्यूनराकोट में जंगल की आग की चपेट आये दूसरे श्रमिक ने अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। इस भीषण अग्निकांड में अब तक 2 लोगों की मौत हो चुकी है।प्रभागीय वनाधिकारी वन प्रभाग अल्मोड़ा दीपक सिंह ने बताया कि जंगल की आग की चपेट में आने से कुल 4 लीसा श्रमिक झुलस गए थे। जिसमें एक कि मौके पर मौत हो गयी थी। जबकि तीन घायलों को बेस अस्पताल में भर्ती किया गया था। जहां बीती देर रात उपचार के दौरान एक श्रमिक की मौत हो गयी। आग में झुलसे 2 महिला श्रमिकों को बेस अस्पताल से हल्द्वानी के लिए रेफर कर दिया है।वन विभाग व पुलिस ने दर्ज किया केसडीएफओ दीपक सिंह ने बताया कि मामले में वन विभाग द्वारा वन अपराध के तहत केस दर्ज किया गया है। मामले में कार्यवाही की जा रही है। डीएफओ ने बताया कि पुलिस में शिकायत की गई है। पुलिस ने भी मामले में अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है।हादसे में 2 लोगों ने गंवाई जानमालूम हो कि बीते गुरुवार की शाम सोमेश्वर थानाक्षेत्र के स्यूनराकोट में एक बड़ा हादसा हो गया। वन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, स्यूनराकोट के जा जंगल मे लीसा दोहन का कार्य चल रहा है। नेपाल मूल के दीपक पुजारा (35 साल) व उसकी पत्नी शीला (30 साल), ज्ञान बहादुर (40 साल) व उसकी पत्नी पूजा (28 साल) लीसा दोहन का काम मर रहे थे। इस दौरान चारो जंगल की आग की चपेट में आ गए। दीपक पुजारा की मौके पर मौत हो गयी।यह चारों श्रमिक ठेकेदार रमेश भाकुनी के अंतर्गत लीसा दोहन का कार्य कर रहे थे। सूचना के बाद ठेकेदार रमेश भाकुनी मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों की मदद से घायलों को सड़क तक पहुंचाया और घायलों को बेस अस्पताल भर्ती किया गया। बीती देर रात उपचार के दौरान ज्ञान बहादुर की मौत हो गई। रेंजर मोहन राम आर्या ने बताया कि आग में झुलसे 2 महिलाओं को हायर सेंटर रेफर कर दिया है।

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