उत्तराखंड में मौसम की चेतावनी- उत्तराखंड में आज सतर्क रहें,इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट


उत्तराखंड- उत्तराखंड में मानसून एक बार फिर रफ्तार पकड़ने लगा है। मौसम विज्ञान केंद्र ने छह और सात जुलाई को राज्य के चार जिलों रुद्रप्रयाग, टिहरी, बागेश्वर और देहरादून में भारी से बहुत भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा, अन्य जिलों में तेज़ बारिश और गरज-चमक के साथ येलो अलर्ट जारीकिया गया है। लगातार बारिश के चलते भूस्खलन और चट्टान गिरने की घटनाएं बढ़ रही हैं, जिससे पूरे राज्य में 67 सड़कें बंद हो चुकी हैं, जिनमें यमुनोत्री हाईवे जैसी प्रमुख सड़क भी शामिल है।
भारी बारिश और अलर्ट की स्थिति⤵️
मौसम विभाग के अनुसार, देहरादून, रुद्रप्रयाग, टिहरी और बागेश्वर में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ आकाशीय बिजली चमकने और गर्जन की संभावना है। बारिश का दौर तीव्र से अति तीव्र हो सकता है। इसके अलावा राज्य के शेष जिलों में भी कहीं-कहीं भारी वर्षा हो सकती है, जिससे स्थिति गंभीर बन सकती है।
प्रदेशभर में 67 सड़कें बंद⤵️
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से प्राप्त जानकारी के अनुसार:-रुद्रप्रयाग में 4 ग्रामीण सड़कें बंद। उत्तरकाशी में 1 राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 11 सड़कें प्रभावित। नैनीताल में 2 ग्रामीण सड़कें बंद। चमोली में 1 राज्य मार्ग सहित 21 सड़कें बंद। पिथौरागढ़: 6 ग्रामीण सड़कें अल्मोड़ा: 1 राजमार्ग और 1 ग्रामीण मार्ग। बागेश्वर: 11 ग्रामीण सड़कें। पौड़ी गढ़वाल: 3 सड़कें। देहरादून: 2 ग्रामीण सड़कें। टिहरी: 3 ग्रामीण मार्ग बंद हैं।
यात्रियों और स्थानीय लोगों के लिए सावधानियां⤵️
चारधाम यात्रा या अन्य धार्मिक यात्राएं करने वाले तीर्थयात्रियों/पर्यटकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। लगातार बारिश के दौरान खड़ी ढलानों पर यात्रा न करें। नदी किनारों और नालों से दूरी बनाए रखें। सोशल मीडिया, स्थानीय समाचार और मौसम विभाग की चेतावनियों पर ध्यान दें।भारी बारिश के दौरान बाहर निकलने से बचें और घर के अंदर सुरक्षित रहें।भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में रह रहे लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
जनता से अपील⤵️
राज्य सरकार और आपदा प्रबंधन विभाग ने आम जनता से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें,मौसम की जानकारी के लिए स्थानीय रेडियो, टीवी या सोशल मीडिया का सहारा लें,ज़रूरत पड़ने पर आपातकालीन नंबरों पर संपर्क करें,भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में सतर्कता बरतें। उत्तराखंड में मानसून की तीव्र वापसी से स्थिति गंभीर बन रही है। भारी बारिश, भूस्खलन और बाढ़ की संभावना के मद्देनज़र प्रशासन पूरी तरह सतर्क है, लेकिन आम नागरिकों की सतर्कता और सहयोग भी बेहद जरूरी है। जब तक मौसम सामान्य नहीं हो जाता, तब तक अनावश्यक यात्रा से परहेज करना ही समझदारी है।



