क्या राजनीति की भेंट चढ़ रहा कुमाऊं विश्वविद्यालय ?
परीक्षा निरस्त्रीकरण का मामला अभी शांत भी नही हुआ था कि कुमाऊं विश्वविद्यालय द्वारा एक नया आदेश जारी कर दिया गया जिसके अनुसार अब परीक्षाए 10 सितमब 2021 से होनी तय हुई है इस फैसले के पीछे तरफ छात्र संघ का हाथ बताया जा रहा है। बीते 1 सितम्बर को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने विश्वविद्यालय के नाम एक पत्र लिखकर कहा कि परीक्षाये 10 सितम्बर से होनी चाहिए।
इससे पहले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इन परीक्षाओं की तिथि आगे बढाने के लिए आंदोलित था और 31 अगस्त को पेपरो के स्थगित होने पर विद्यार्थी परिषद इसे अपनी जीत बताकर अपनी उपलब्धियों मे गिना रहा था।
विश्वविद्यालय द्वारा 31 अगसत को जारी आदेश मे उसने कहा था कि कालेजो मे अभी तक पाठ्यक्रम पूरा नही हुआ इसलिए एक माह के भीतर आफलाइन माध्यम से कक्षाये संचालित कर पाठक्रम पूर्ण कर लिया जाये। व एक माह पश्चात ही परीक्षाओं का आयोजन किया जायेगा। इस फैसले से छात्र छात्राओं को आफलाइन माध्यम से पढने का समय मिल गया था
मगर अब कुमाउ विश्वविद्यालय के निर्णय अफसरों के हाथ मे ना होकर नेताओं के हाथों मे अटके पड़े हैं जो अपनी सहुलियत के अनुसार फैसले बदलवाते रहते हैं। अब देखना यह है कि कुमाऊं विश्वविद्यालय फैसलों को बदलता है या फिर 10 सितंबर से छात्र-छात्राओं की परीक्षा करवाता है।
आर. पी. काण्डपाल