बागेश्वर: पर्यावरण संरक्षण को लेकर यहां पौध रोपण के साथ ही भेंट किए गए पौध
विशेष पर्यावरण संरक्षण काल अंतर्गत आज वर्ष 2011-12 में स्थापित नंदा स्मृति वाटिका मेला डूंगरी गरुड़ का अवलोकन कर खाली स्थानों पर तेज पत्ता, च्युरा, बाँस, करंज, मुगा रेशम, मधुनाशनि, चंदन आदि के पौधों का रोपण,एवं स्थानीय परिवारों को भेंट किये गये।रोपित पौधों की निराई गुड़ाई के साथ ही वृक्ष वन रहे बाँस,मणिपुरी बांज, फल्याट, उतिस्, गुलमोहर, च्युरा, तेजपत्ता, आउला, आदि के दो हजार से ज्यादा पौधे अब पेड़ बनकर मिश्रित वन के रूप में प्राकृतिक सौंदर्य के साथ पशु पक्षियों का नया संसार चीड वन के बीच फैल रहा है। जहाँ श्री गोविंद सिंह राणा पूर्व वन पंचयात् सरपंच, दीपक चंदोला, गोविंद मिरोला, मोहन सिंह कोरंगा, शौलेनदृ चौहान, आलोक पांडेय, राजेश्वरी कार्कि, रमेश पर्वतीय आदि मौजूद रहे किशन मलड़ा ने देवकी लघु वाटिका की ओर से सभी का आभार धन्यबाद करते हुए यादगार वन के लिए सभी को बधाई दी।