बागेश्वर:(उत्तरायणी मेला) ऐतिहासिक, धार्मिक व पौराणिक उत्तरायणी मेला 2023 की तैयारियों को लेकर ,लोगों से लिए ये सुझाव

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बागेश्वर जिलाधिकारी अनुराधा पाल की अध्यक्षता में ऐतिहासिक, धार्मिक व पौराणिक उत्तरायणी मेला 2023 की तैयारियों को लेकर जनपद के जनप्रतिनिधियों, गणमान्य व्यक्तियों, व्यापारियों तथा विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में विभिन्न व्यवस्थाओं पर लोगों के सुझाव लिये गये तथा विचार विमर्श किया गया।

जिला कार्यालय सभागार में उत्तरायणी मेले की तैयारी सम्बन्धी बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी अुनराधा पाल ने कहा कि उत्तरायणी मेला बागेश्वर की पहचान है, मेले को शान्तिपूर्वक, साफ एवं स्वच्छ सम्पन्न कराने के लिए सभी का सहयोग होना जरूरी है। मेले की महत्ता को संरक्षित करते हुए इसका आयोजन किया जाएगा, उन्होंने मेला क्षेत्र के विस्तारीकरण पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि बागनाथ मन्दिर की सजावट पुष्पों से की जायेगी। साथ ही मंदिर परिसर के आस-पास भवनों सहित पुलों को विद्युत मालाओं से सजाया जायेगा। कहा कि सभी को नकारात्मक सोच से हटकर सकारात्मक सोच के साथ पिछली गलतियों को सुधारने का प्रयास करना चाहिए। मेले को भव्य रूप देने के लिए पूरी कोशिश की जायेगी ताकि बाहर से आने वाले लोग भी अच्छा संदेश लेकर जाएं। मेले की व्यवस्थाओं पर आपस में विचार विमर्श कर मेले को आकर्षक एवं भव्य रूप देने का पूरा प्रयास किया जायेगा। मेले में स्थानीय कलाकारों को पारम्परिक विधाओं को उजागर करने का मौका मिलना चाहिए तथा झोड़ा, चांचरी, छपेली,स्थानीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी प्राथमिकता के साथ होगा। उन्होने कहा मेले को भव्य एवं आकर्षक बनाने के लिए सभी विभाग नुमाईशखेत मैदान में स्टॉल लगाना सुनिश्चित करेंगे।

यातायात व्यवस्था पर उपजिलाधिकारी बागेश्वर/मेलाधिकारी हरगिरि ने कहा कि मेला अवधि में कपकोट-भराडी एवं रीमा को संचालित होने वाली वाहन पिण्डारी मोटर मार्ग स्थित टैक्सी स्टैण्ड से, काण्डा की ओर जाने-आने वाले वाहन मण्डलसेरा बाईपास से तथा गरूड को जाने-आने वाले बागेश्वर बस स्टैण्ड से ताकुला की ओर से आने-जाने वाले वाहन ताकुला मोटर मार्ग पेट्रोल पम्प तिराहे से संचालित होती है, इस पर कई लोंगो ने मेला अवधि के दौरान मण्डलसेरा बाईपास सडक पर पार्किंग जोन बनाने का सुझाव रखा। बैठक में तय किया गया कि यातायात व्यवस्था इस प्रकार हो कि मेलार्थियों व श्रृद्धालुओं के आवागमन में किसी तरह की अनावश्यक परेशानियों का सामना न करना पडे तथा जाम की स्थिति भी उत्पन्न न होने पाए।

सांस्कृतिक झॉंकियों के संचालन के समय वाहनों का आवागमन बन्द रखेंगे इसके लिए पुलिस विभाग को निर्देश दिये गये। जिलाधिकारी ने सफाई व्यवस्था पर चर्चा करते हुए अधिशासी अधिकारी नगर पालिका सहित अधिशासी अभियंता लोनिवि, सिंचाई व एनएच को मेला शुरू होने से पूर्व सड़कों, नालियों, गलियों,मेला क्षेत्र,नदी तट,घाटों ,मन्दिरों आदि की पर्याप्त सफाई व्यवस्था के निर्देश दिये। अधिशासी अभियन्ता लोनिवि/ सिंचाई को नदी के तटबन्धों की सफाई,रंगरोगन व रैलिंग आदि बनाने की कार्यवाही समय से सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। लोक निर्माण विभाग को मेला क्षेत्रान्तर्गत सड़कों,पैराफिटों,दीवारों आदि की मरम्मत कार्य प्राथमिकता आधार पर मेले से पहले पूर्ण करने के निर्देश दिये। मेले के दौरान सफाई व्यवस्था दूरस्थ रखने हेतु जिलाधिकारी ने कहा कि मेले में सफाई व्यवस्था महत्वपूर्ण मुद्दा है इसमें किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाय। उन्होंने मोबाइल शौचालय का भी सुझाव दिया। कहा कि शौचालयों में पानी की आपूर्ति कर सफाई व्यवस्था सही रखी जाए। मेले के दौरान दुकानों, मेला क्षेत्र में जैविक अजैविक कूडा निस्तारण हेतु डस्टबिन की व्यवस्था के लिए नगरपालिका को निर्देशित किया गया। बैठक में मेला अवधि में आवागमन हेतु सरयू एवं गोमती नदी में दो अस्थाई पुलों के निर्माण करने पर सहमती बनी। पेयजल व्यवस्था सुचारू बनाये रखने हेतु जलसंस्थान तथा पेयजल निगम को वैकल्पिक व्यवस्था के साथ -साथ टैंकरों की भी व्यवस्था करने के निर्देश दिये।

मेला अवधि में अधि0अभि0 विद्युत को विद्युत आपूर्ति सुचारू बनाये रखने के निर्देश दिये तथा जहां जहां भी विद्युत व्यवस्था की जाती है उसे समय से पूर्ण करने को कहा गया। मेले के दौरान आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु जिला पूर्ति विभाग को निर्देशित किया गया। सर्वसम्मति से तय किया गया कि विभागीय प्रदर्शनी एवं स्टालों का निर्माण नुमाईशखेत मैदान में किया जायेगा। सांस्कृृतिक कार्यक्रमों के आयोजन हेतु स्थानीय कलाकारों को महत्व देने पर चर्चा की गई तथा उपलब्ध बजट के अनुसार कलाकारों को आमंत्रित करने पर सहमति बनी।

खेलकूद प्रतियोगिता के आयोजन हेतु जिला क्रीडा अधिकारी को मेले के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताऐं आयोजित करने के निर्देश दिये गये। सेना के बैंड के माध्यम से मेले के स्वरूप को और भव्य एवं आकर्षण बनाने के लिए सैनिक कल्याण अधिकारी को पत्राचार करने के निर्देश दिए गए। मेले के दौरान शान्ति एवं कानून व्यवस्था बनाये रखने हेतु पुलिस विभाग को पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती के लिए कहा गया। विगत वर्षों की भॉति इस बर्ष भी अलाव हेतु लकडी की समुचित व्यवस्था वन विभाग द्वारा यथासमय उपलब्ध करा दिया जाय तथा चयनित स्थानों पर अलाव जलाया जायेगा। मेला अवधि के दौरान खुले स्थानों पर बनाई व बेची जाने वाली खाद्य सामग्री की सैम्पलिंग की कार्यवाही की जाय जिसके लिए मुख्य चिकित्साधिकारी एवं खाद्य सुरक्षा अधिकारी को सयुक्त रूप से जांच करने के निर्देश दिये।

बैठक में अध्यक्ष नगर पालिका बागेश्वर सुरेश खेतवाल ने कहा कि उत्तरायणी मेले को भव्य एवं आकर्षक बनाने के लिए पालिका कार्य कर रही है मेले में कुछ नयापन लाने के लिए भरपूर प्रयास किया जायेगा, उन्होंने दुकानों के आवंटन में पारदर्शिता प्रक्रिया अपनाते हुए व्यापारियों को दुकानों का आवंटन करने की बात कही और कहा उन्हें संरक्षण दिया जाना चाहिए। उन्होंने मेले में शान्ति एवं सुरक्षा व्यवस्था,सफाई व्यवस्था,नालियों की सफाई तथा नगर की सजावट पर बल देते हुए मेले को भव्य रूप देने की बात कही। उन्होंने मेले को शान्तिपूर्वक सम्पन्न कराने में सभी के सहयोग की अपेक्षा की।

बैठक में अध्यक्ष नगर पंचायत कपकोट गोविंद बिष्ट, ब्लॉक प्रमुख बागेश्वर पुष्पा देवी, दलीप सिंह खेतवाल, चैयरमेन रेडक्रास संजय शाह जगाती, गोविंद सिंह भण्डारी, जयन्त भाकुनी, वृक्ष प्रेमी किशन सिंह मलडा, व्यापार संघ अध्यक्ष कवि जोशी, हरीश सोनी, नरेन्द्र खेतवाल, बाला दत्त तिवारी,पुलिस अधीक्षक हिमांशु वर्मा, अपर जिलाधिकारी चन्द्र सिंह इमलाल, उपजिलाधिकारी/मेलाधिकारी बागेश्वर हरगिरि, उपजिलाधिकारी गरूड़ राजकुमार पांडे, काण्डा मोनिका, जिला विकास अधिकारी संगीता आर्या, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 सुनीता टम्टा, इन्द्र सिंह परिहार, अनिल कार्की, हेम जोशी, भगत डसीला, भुबन काण्डपाल समेत अन्य विभागीय अधिकारी, व्यापारी, सभासद एवं जनप्रतिनिधि व गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।