बागेश्वर: (बिग न्यूज) DM अनुराधा पाल ने दिए निर्देश ,सभी आहरण-वितरण अधिकारी 20 मार्च तक जिला योजना बिल कोषागार में पारण हेतु लगाना करें सुनिश्चित , इसके उपरांत बिल कोषागार में नहीं लगाए जाएंगे
बागेश्वर जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने निर्देश दिए कि सभी आहरण-वितरण अधिकारी 20 मार्च तक जिला योजना बिल कोषागार में पारण हेतु लगाना सुनिश्चित करें, इसके उपरांत बिल कोषागार में नहीं लगाए जाएंगे, जिसका उत्तरदायी स्वंय आहरण-वितरण अधिकारी होगा। गुरूवार को जिला कार्यालय में जिला योजना, राज्य सैक्टर व केंद्र पोषित योजनाओं की वित्तीय एवं भौतिक प्रगति के साथ ही बीस सूत्रीय कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि जिला योजना में 95.44 प्रतिशत खर्च हो चुका है, उन्होंने शेष धनराशि कार्यो को पूर्ण कर बिल कोषागार में लगाने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
जिलाधिकारी ने जिला योजना के साथ ही राज्य सैक्टर व केंद्र पोषित एवं वाह्य सहायतित योजनाओं समीक्षा की। उन्होंने कहा कि इन सभी योजनाओं के कार्यो में प्रगति लाकर धनराशि व्यय करना सुनिश्चित करें तथा जो धनराशि व्यय नहीं हो पा रही है उसे तुरंत 03 दिन में समर्पित करना सुनिश्चित करें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन योजनाओं में लाभार्थियों के खाते में धनराशि जानी है उसे तुरंत डीबीटी करना सुनिश्चित करें। उन्होंने नगर निकाय, जिला पंचायत व दैवीय आपदा के कार्यो के साथ ही सांसद निधि, विधायक निधि व जल जीवन मिशन के कार्यो में प्रगति लाने के निर्देश दिए, ताकि जनता को योजनाओ को लाभ त्वरित मिल सकें।
जिलाधिकारी श्रीमती पाल ने बागेश्वर शहरीकरण के वजह से सिंचित कृषि भूमि न होने के कारण लघुडाल द्वारा निर्मित पुराने बंद पडे़ सिंचाई नलकूपों के पंप हाउस व पंप सेटों का निरीक्षण कर पेयजल उपयोग हेतु कार्ययोजना बनाने के निर्देश अधि0अभि0 जल संस्थान को दिए, ताकि बागेश्वर शहर की पेयजल व्यवस्था को सुदृढ किया जा सके। उन्होंने विभिन्न विभागों के 20 लाख से अधिक धनराशि की योजनाओं की समीक्षा भी की व कहा कि कार्यो का भौतिक सत्यापन किया जाएगा।
बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी संजय सिंह ने बताया कि जिला योजना में 4375 लाख की धनराशि शासन से अवमुक्त के सापेक्ष विभागों द्वारा 4156.62 लाख आहरित की गयी जिसमें से 4088 लाख की धनराशि व्यय की जा चुकी है वहीं राज्य योजना में 16179.63 लाख के सापेक्ष विभागों द्वारा 14510.93 लाख आहरित किया गया जिसमें 12597.84 लाख की धनराशि व्यय कर ली गयी है। केंद्र पोषित योजना में 23255.70 लाख के सापेक्ष विभागों द्वारा 21645.39 लाख आहरित किया गया, जिसमें 21103.26 लाख व्यय किया गया है, साथ ही वाह्य सहायतित योजना में 936.62 लाख के सापेक्ष 935.96 आहरित व 810.30 लाख की धनराशि खर्च की जा चुकी है। उन्होंने सभी आहरण-वितरण अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे 20 मार्च तक अनिवार्य रूप से कोषागार में बिल लगाएं तथा सभी योजनाओं में अवशेष धनराशि को समर्पित करना भी सुनिश्चित करें।
बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 डीपी जोशी, वरष्ठि कोषाधिकारी जुनैद अनवर, मुख्य शिक्षा अधिकारी जीएस सौन, खेल अधिकारी सीएल वर्मा, अधि0अभि0 लोनिवि राजकुमार, सिंचाई केके जोशी, पीएमजीएसवाई विजय कृष्ण, जल संस्थान सीएस देवडी, जल निगम वीके रवि, ग्रामीण निर्माण विभाग रमेश चन्द्रा, जिला समाज कल्याण अधिकारी हेम तिवारी, जिला पर्यटन अधिकारी कीर्ति आर्या, जिला कार्यक्रम अधिकारी अनुलेखा बिष्ट, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी दिनेश रावत समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।