देहरादून :(मौसम) इन जिलों में अतिवृष्टि का अलर्ट


उत्तराखण्ड राज्य में अतिवृष्टि के पूर्वानुमान के दृष्टिगत सावधानी बरतने के संबंध में।
उपरोक्त विषयक अवगत कराना है कि निदेशक, भारत मौसम विज्ञान विभाग, देहरादून के द्वारा दिनांक 09.04.2025 को सायं 6:00 बजे जारी पूर्वानुमान के अनुसार दिनांक 10.04.2025 एवं 11.04.2025 को जनपद उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी, पिथौरागढ़, बागेश्वर तथा अल्मोड़ा में कहीं-कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने/ओलावृष्टि एवं कहीं-कहीं झोंकेदार हवाएं (40-50 किमी./घंटा) तथा दिनांक 10.04.2025 एवं 11.04.2025 को जनपद देहरादून, पौड़ी, चम्पावत, नैनीताल एवं ऊधमसिंहनगर में कहीं-कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने/ओलावृष्टि एवं कहीं-कहीं झक्कड़ (50-70/ किमी./घंटा से 60-80 किमी./घंटा) की सम्भावना व्यक्त की गयी है। उपरोक्त के कम में अपने जनपदों में निम्न सावधानियां सुनिश्चित करने का कष्ट करें:-
प्रत्येक स्तर पर तत्परता एवं सुरक्षा बनाये रखते हुए आवागमन में नियंत्रण बरता जाये।
किसी भी आपदा/दुर्घटना की स्थिति में त्वरित स्थलीय कार्यवाही करते हुए सूचनाओं का तत्काल आदान-प्रदान किया जाए।
आपदा प्रबन्धन IRS प्रणाली के नामित समस्त अधिकारी एवं विभागीय नोडल अधिकारी हाई अलर्ट में रहेंगे
NH. PWD, PMGSY, ADB, BRO, WB, CPWD आदि किसी भी मोटर मार्ग के बाधित होने की दशा में उस तत्काल खुलवाना सुनिश्चित करेंगे।
समस्त राजस्व उपनिरीक्षक, ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत अधिकारी अपने क्षेत्रों में बने रहेंगे।
समस्त चौकी/थाने भी आपदा सम्बन्धी उपकरणों एवं वायरलैस सहित हाई अलर्ट में
उक्त अवधि में किसी भी अधिकारी/कर्मचारी के मोबाइल / फोन स्विच ऑफ नहीं रहेंगे।
अधिकारीगण बरसाती, छाता, टार्च, हैलमेट तथा कुछ आवश्यक उपकरण एवं सामग्री अपने वाहनों में अपने स्तर से रखने हेतु उचित कार्यवाही करेंगे।
उक्त अवधि में लोगों के फंसे होने की स्थिति पर खाद्य सामग्री व मेडिकल की व्यवस्था की जायें।
विद्यार्थियों की सुरक्षा के दृष्टिगत विद्यालयों में सावधानी बरती जायें।
असामान्य मौसम, भारी वर्षा की चेतावनियों के दौरान उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पर्यटकों के आवागमन को अनुमति न दी जाए।
सम्बन्धित जनपदों के जिला सूचना अधिकारी उक्त चेतावनी / सूचना को आम जनमानस तक दृश्य एवं प्रिन्ट मीडिया से प्रसारित करना सुनिश्चित करेंगे व आम जनमानस को सूचित किया जाए कि वह इस अवधि में अनावश्यक घर से बाहर न निकले।
भू-स्खलन के लिए संवेदनशील मार्गों पर पहले से ही उपकरणों की उचित व्यवस्था करना सुनिश्चित करें।



