बागेश्वर: सुदूरवर्ती उप तहसील शामा में आयोजित तहसील दिवस में जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने किया प्रतिभाग

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बागेश्वर

जिले की सुदूरवर्ती उप तहसील शामा में आयोजित तहसील दिवस में जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने प्रतिभाग किया। दूर-दराज से आए ग्रामीणों द्वारा आपदा से हुए नुकसान और क्षतिग्रस्त परिसम्पत्तियों को लेकर अपनी-अपनी समस्याएं और शिकायतें दर्ज करायी। जिलाधिकारी ने अधिकारियों की उपस्थिति में ग्रामीणों की एक-एक समस्याओं और शिकायतों को गम्भीरता से सुना तथा हर सम्भव समाधान करने का भरोसा दिया। तहसील दिवस में सड़क,आवास,बिजली,पानी,पैदल मार्गों,शिक्षकों की कमी, विस्थापन और भूगर्भीय जांच आदि को लेकर 45 समस्याएं और शिकायतें दर्ज हुई। जिसमें से अधिकांश समस्याओं और शिकायतों का निराकरण मौके पर ही किया गया। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जिन शिकायतों एवं समस्याओं का निराकरण तहसील दिवस में नही हुआ है या शासन स्तर की है,उनका निस्तारण एक पक्ष में करते हुए उसकी सूचना सम्बंधित को भी देना सुनिश्चित करें।

मंगलवार को शामा में आयोजित तहसील दिवस में दूर दराज के गांवों और आपदाग्रस्त इलाकों से आए ग्रामीणों ने जिलाधिकारी के सम्मुख कई समस्या और मांगे भी प्रमुखता से रखी। प्रवीण सिंह कोरंगा द्वारा क्षेत्र की आपदा से क्षतिग्रस्त कई सड़क मार्गों को सुचारू करने की मांग की गई। उन्होंने डाना- शामा तक पैदल मार्ग को भी दुरुस्त करने की मांग की। वैपकोस के अन्तर्गत अवरुद्ध सीरी सड़क मार्ग को लेकर जिलाधिकारी ने जेसीबी मशीन लगाकर सड़क मार्ग को सुचारू करने के निर्देश देते हुए कहा कि पूर्व में उक्त सड़क मार्ग को लेकर की गई जांच में किन बिंदुओं पर काम हुआ है उनका परीक्षण करने के निर्देश एसडीएम को दिए। मुआवजा को लेकर ग्रामीणों की मांग को देखते हुए जिलाधिकारी ने वैपकोस को प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजने  के निर्देश दिए। शामा में विद्युत बोल्टेज की समस्या से निजात के लिए विद्युत ट्रांसफर लगाने को कहा गया। शामा और पनियाली में आपदाग्रस्त परिवारों के विस्थापन के साथ ही किराया देने की मांग की गई। जिलाधिकारी ने आपदा मानकों के अनुसार एसडीएम को कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

पार्वती देवी निवासी बड़ीपन्याली द्वारा भूमिहीन होने के कारण जरूरी प्रमाण पत्र नही बन पा रहे है को लेकर अपनी समस्या रखी। जिस पर डीएम ने एसडीएम को जांच करने के निर्देश देते हुए नियमानुसार कार्रवाई करने को कहा। राजेन्द्र सिंह कोरंगा द्वारा शामा में पशुओं को दवाइयां और दुग्ध कलेक्शन सेंटर खोलने की मांग की गई। सहायक निदेशक डेयरी द्वारा बताया गया कि दुग्ध कलेक्शन सेंटर को लेकर पूर्व में सर्वे कराया गया था जो मानक के अनुकूल नही पाया गया। जिलाधिकारी ने इस बावत दुबारा सर्वेक्षण को लेकर जिला विकास अधिकारी को नोडल अधिकारी नामित करते हुए पशुपालन, डेयरी और ग्राम्य विकास विभाग को संयुक्त रूप से किसानों पशुपालकों के साथ गोष्टी कर सर्वेक्षण करने के निर्देश दिए। शामा आदर्श विद्यालय में शिक्षकों की तैनाती और कृषि निवेश केंद्र बनाल में विद्युत संयोजन की भी मांग की गई। साथ ही शामा बाजार में आवारा पशुओं के विचरण को लेकर भी उचित प्रबंधन करने की मांग की गई। डीएम ने शामा में राजस्व भूमि पर अवैध कब्जे की जांच और रमाड़ी गांव की वन पंचायतों की सीमा पिलर बनाने की मांग को लेकर एसडीएम को जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए।प्राथमिक विद्यालय नैटाना में पेयजल संयोजन नही होने एवं लाथी गांव में पेयजल योजना करीब एक साल से क्षतिग्रस्त होने से ग्रामीणों को पेयजल की आपूर्ति नही हो रही है। जिलाधिकारी ने एसडीएम को तुरंत जांच कर सम्बंधित एई और जेई के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश देते हुए पेयजल की आपूर्ति के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने के निर्देश दिए।

तहसील दिवस में उपजिलाधिकारी अनुराग आर्या, जिला विकास अधिकारी संगीता आर्या, मुख्य शिक्षा अधिकारी जीएस सौन, उद्यान अधिकारी आरके सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी मनोज कुमार बर्मन, सेवायोजन अधिकारी प्रवीण गोस्वामी, कृषि अधिकारी राजेन्द्र उप्रेती, ईई लोनोवि एके पटेल, विद्युत मो.अफजाल, समाज कल्याण अधिकारी हेम तिवारी, सहायक निदेशक दुग्ध अनुराग मिश्रा, तहसीलदार आरएस बिष्ट, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी रत्नाकर सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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