बागेश्वर: हरेला पर्व को लेकर उत्साह देवकी लघु वाटिका से भी विद्यालय हो या विभाग आम जन प्राप्त कर रहे विभिन्न प्रजातियों के पौधे



हरेला पर्व को महत्वपूर्ण जीवन पर्व समझकर मनाने की अपील करते हुए देवकी लघु वाटिका द्वारा पूर्व की भाँति हरेला त्योहार की असल पहचान जो उत्तराखंड देवभूमि की अनमोल परंपरा आज पुरे विश्व के लिए प्रेरणादाई बन सभी देशवासियों के साथ अन्य देशों में भी हरेला महापर्व के महत्व को पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण में अपनी-अपनी भागीदारी कर रहे हैं जिसके लिए वाटिका से भी अनेकों विद्यालयों, ग्रामीणों, नव युवाओं, छात्र छात्राओं, विभिन्न संगठनों, विभागों को हरेला पर्व की शुभकामनाओं के साथ चंदन, बेलपत्र, परिजात, जामुन, नीबू प्रजाति,कटहल,अमरूद, बांस,तिमूल,च्यूरा, कौल, सीलिंग आदि के पौधे भेंट करते हुए वाटिका की मुख्य संरक्षक 82 वर्षीय श्रीमती देवकी देवी ने प्राप्त कर पौधों को अपने पाल्यों की तरह देखरेख करने की अपील के साथ बधाई देते हुए सभी से अपनी-अपनी भरपाई के लिए कोई भी कसर नहीं करते हुए पूर्व में लगाए पौधों को भी संरक्षित करने की बात कही.



