हल्द्वानी:डेंगू रोग के फैलाव को नियंत्रित करने के उद्देश्य से जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
आज दि0 15 अक्टूबर 22 को महिला महाविद्यालय हल्द्वानी में स्वच्छता समिति की ओर से हल्द्वानी एवं आसपास के क्षेत्रों में डेंगू रोग के फैलाव को नियंत्रित करने हेतु जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में राजकीय सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज के कम्यूनिटी मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डा हेमा डा रूपाली डॉ दीपक जोशी एवं डा हेमा तिवारी ने अपने अपने विचार रखे। डॉ हेमा ने बताया डेंगू बुखार एक ऐसी बीमारी है जो आपको चार प्रकार के डेंगू वायरस में से एक को ले जाने वाले मच्छर के काटने से हो सकती है। मध्य और दक्षिण अमेरिका, अफ्रीका, एशिया के कुछ हिस्सों और प्रशांत द्वीप समूह सहित उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में यह वायरस सबसे अधिक पाया जाता है। डा रूपाली ने इस रोग के लक्षण बताते हुए कहा कि डेंगू में तेज बुखार सिरदर्द , मांसपेशियों, हड्डी या जोड़ों का दर्द , जी मिचलाना, उल्टी ,
आँखों के पीछे दर्द, सूजन , रेशेश आदि देखने को मिलते हैं। डॉ दीपक जोशी एवं हेम तिवारी ने बताया कि कम्यूनिटी मेडिसिन कैसे क्षेत्र विशेष का भ्रमण करके जागरुकता कार्यक्रम चलाता है। कार्यक्रम के दौरान टीम ने छात्राओं कि जिज्ञासा शान्त कि एवं छात्राओं के प्रश्नों का उत्तर दिया। समिति संयोजक डा रितुराज पंत ने कहा कि स्वच्छता, भक्ति के समान है, जिसका अर्थ है स्वच्छता से ईश्वरत्व या अच्छाई का मार्ग प्रशस्त होता है। उचित स्वच्छता के अभ्यास के माध्यम से हम खुद को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वच्छ रख सकते हैं जो वास्तव में हमें अच्छा, सभ्य और स्वस्थ इंसान बनाते हैं और हम रोगों से दूर भी रह सकते हैं। महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो0 ए0 के0 श्रीवास्तव ने कहा कि रोजमर्रा के जीवन में हमें स्वयं भी और अपने आसपास भी साफ-सफाई रखते हुए इसके उद्देश्य और महत्व को सिखाना चाहिये। अच्छा स्वास्थ्य किसी के जीवन को बेहतर बना सकता है और वह हमें बेहतर तरीके से सोचने और समझने की ताकत प्रदान करता है और अच्छे स्वास्थ्य का मूल मंत्र स्वच्छता है। अंत में प्राचार्य प्रो0 शशि पुरोहित ने कहा कि हमको अपने हाइजिन का ध्यान रखते हुए अपने आसपास के वातावरण में भी साफ सफाई का ध्यान रखना चाहिए। किसी भी महामारी को खत्म करने में खुद से शुरुवात करना चाहिए और पूरी भागीदारी से सहयोग करना चाहिए। इसके बाद प्राचार्य ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया। तकनीकी सहायक डा0 राहुल चंद्रा रहे एवं कार्यक्रम का संचालन डा गीता पंत ने किया।