उत्तराखंड-(Big News) प्रदेश में इस विभाग में तबादले का फार्मूला हुआ तय
देहरादून– राज्य में शिक्षा विभाग में तबादला एक्ट के तहत तबादले का फार्मूला तय हो गया है। शिक्षकों को प्रधानाचार्य के माध्यम से देना होगा अपने तबादले का आवेदन। दरअसल अनिवार्य और अनुरोध पर तबादले के इच्छुक शिक्षकों को तबादले का आवेदन अपने स्कूल के प्रधानाचार्य के माध्यम से उपलब्ध कराने होंगे। इसके साथ ही शिक्षकों को तबादलों में छूट के लिए अपने दावे के पक्ष में सभी प्रमाण भी देने होंगे। साथ ही सीआईओ को यह आदेश दिया गया है कि पोर्टल में प्रधानाचार्य, हेडमास्टर और शिक्षकों के सभी रिक्त पदों का ब्यौरा 27 अप्रैल को 5 बजे तक अपलोड करना होगा।प्रधानाचार्य, हेडमास्टर और शिक्षकों के रिक्त पदों की सही जानकारी जुटाने के लिए विभागीय पोर्टल को एक बार फिर से 2 दिन के लिए खोला जा रहा है। आपको बता दें ननूरखेड़ा स्थित शिक्षा निदेशालय सभागार में बेसिक शिक्षा निदेशक वंदना गब्या॑ल की अध्यक्षता में मंगलवार को शिक्षा अधिकारियों ने तबादले को लेकर ऑनलाइन बैठक की। सभी कैडर के रिक्त पदों का पूरा ब्यौरा विभागीय पोर्टल पर ना होने पर नाराजगी जताई गई। इसके अलावा यह भी पाया गया है कि कुछ ब्लॉक से गलत आंकड़े भी दर्ज हैं। विभागीय पोर्टल को अंतिम मौके के रूप में 2 दिन और खोलने का निर्णय लिया गया है। देर शाम संबंधित आदेश जारी कर दिए गए हैं।अपर निदेशक महावीर सिंह बिष्ट का कहना है कि सीईओ सभी रिक्त पदों का सत्यापन करने के बाद ब्योरा मुहैया कराएंगे। अनिवार्य एवं अनुरोध के आधार पर तबादले के आवेदन प्रधानाचार्य, बीईओ, सीईओ के माध्यम से सक्षम अधिकारी तक जाएंगे। कई बार देखा गया है कि तबादले के आवेदन सीधा उच्च स्तर तक भेज दिए जाते हैं। इससे अव्यवस्था बढ़ती है। इसलिए तय व्यवस्था के अनुसार ही तबादला आवेदन पत्र आगे बढ़ाए जाएंगे। साथ ही आपको बता दें इस वर्ष भी शिक्षा विभाग में तबादला टाइम टेबल पर पिछड़ गया है। डीजी–शिक्षा बंसीधर ने जानकारी देते हुए कहा कि ऐक्ट में 10 जून तक तबादला प्रकिया पूरी करने की व्यवस्था दी गई है। कोशिश है कि इस अवधि में प्रक्रिया पूरी कर ली जाए। जरूरत पड़ेगी तो ऐक्ट में तय टाइम टेबल में रियायत के लिए शासन से अनुरोध किया जाएगा। बैठक में संयुक्त निदेशक डॉ. मुकुल कुमार सती, उपनिदेशक जगमोहन सोनी और ऑनलाइन माध्यम से सभी सीईओ मौजूद थे।