उत्तराखंड:हरिद्वार जिला पंचायत चुनाव में चला धामी मैजिक ,शानदार जीत के साथ भाजपा रचने जा रही इतिहास

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हरिद्वार जिला पंचायत चुनाव में बीजेपी ने इस बार अभूतपूर्व जीत दर्ज कर अपना लोहा मनवाया है। जितनी सीटें भाजपा ने अब तक हरिद्वार में जीती हैं उतनी राज्य गठन से लेकर अब तक भाजपा की झोली में कभी नहीं आई। राजनीतिक पंडितों का कहना है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी राज्य में दोबारा सत्ता संभालने के बाद हुई पहली परीक्षा में शत प्रतिशत अंकों के साथ सफल होने में कामयाब रहे हैं और यह बड़ी जीत वो भी हरिद्वार में युवा नेतृत्व का ही करिश्मा है।पिछले एक-डेढ़ माह में राज्य में तीन ऐसे बड़े प्रकरण हो चुके हैं जिनका सीधे तौर पर धामी सरकार को सामना करना पड़ा है। खासतौर से सत्ता के गलियारों से ही धामी को तमाम अप्रत्यक्ष चुनौतियों से दो चार होना पड़ा।
यूकेएसएसएससी भर्ती घोटाले में जिस तरह से मुख्यमंत्री धामी ने बगैर दबाव के दोषियों को सलाखों के पीछे भेजा उससे उन्होंने एक नई लकीर खींच डाली तो विधानसभा भर्ती प्रकरण में भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बगैर देर किए विधानसभा अध्यक्ष से जांच का अनुरोध कर डाला जिसका नतीजा यह हुआ कि बैकडोर से नौकरी पाने वाले आज बाहर हैं और विरोधी चित। वहीं, अंकिता हत्याकांड के बाद राज्य में जिस तरह का माहौल बना तो उसमें भी जनभावनाओं के अनूरूप मुख्यमंत्री ने त्वरित एक्शन लेने में कोई देर नहीं लगाई।इस बीच हरिद्वार में हुआ शराब कांड भी चुनौती के रूप में उभरा लेकिन युवा मुख्यमंत्री ने इन तमाम चुनौतियों के बावजूद हरिद्वार के नतीजों के जरिये दर्शा दिया कि राज्य की राजनीति में अभी दूर-दूर तक उनका कोई सानी नहीं है। धामी और भाजपा अध्यक्ष महेंद्र भट्ट की विधानसभा चुनाव के बाद यह पहली परीक्षा थी लेकिन इस जोड़ी ने परीक्षा में शानदार प्रदर्शन कर हरिद्वार जिला पंचायत चुनाव के नतीजों से सबके मुँह बंद कर दिए।आपको बता दें कि हरिद्वार जिला पंचायत चुनाव में भाजपा ने कभी भी 4 से ज्यादा जिला पंचायत की सीट नहीं जीती थी लेकिन अब तक आये हरिद्वार पंचायत चुनाव के नतीजों में रात्रि तक भाजपा 14 सीटों पर बढ़त बना चुकी थी । मीडिया रिपोर्टस के अनुसार भाजपा हरिद्वार पंचायत चुनाव (Haridwar Panchayat Election) में जीत की ओर बढ़ रही है। अभी तक 11 सीटें जीत चुकी है। बताया जा रहा है कि भाजपा ने सबसे अच्छा प्रदर्शन लक्सर, हरिद्वार ग्रामीण और रानीपुर विधानसभा सीटों पर किया है। वहीं हरीश रावत की बेटी अनुपमा रावत के हरिद्वार ग्रामीण क्षेत्र में कांग्रेस बुरी तरह से चार सीटे हारी है। बताया जा रहा है कि यहां 4 में से 3 सीटें भाजपा और एक बसपा ने जीती है। भाजपा ने इतना बेहतर प्रदर्शन आज तक जिले में नहीं किया तो इसका सीधा श्रेय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ही जाता है।

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