बागेश्वर:(बिग न्यूज) मौसम विज्ञान विभाग केंद्र द्वारा जारी मौसम पूर्वानुमान के दृष्टिगत DM द्वारा सभी विभागों को किए अलर्ट रहने के निर्देश,आम जन मानस और पर्यटकों से अपील

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मौसम विज्ञान विभाग केंद्र द्वारा जारी मौसम पूर्वानुमान के अनुसार 7 जुलाई 2024 को उत्तराखण्ड के कुमाऊं क्षेत्र के कुछ स्थानों पर कहीं-कहीं बहुत भारी से अत्यंत भारी वर्षा की संभावना व्यक्त की गयी है। उक्त मौसम पूर्वानुमान के दृष्टिगत जिलाधिकारी द्वारा सभी विभागों को अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए गए हैं।
मौसम विभाग की चेतावनी के चलते सभी विभाग अलर्ट मोड में रहें व अपना मोबाइल ऑन रखें। उन्होंने कहा कि खराब मौसम में स्थानीय जनसामान्य को भी सावधानियां बरतनी होगी। ताकि किसी प्रकार की घटना से निपटा जा सके।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी आपदा व दुर्घटना की स्थिति में त्वरित कार्यवाही करके सूचना प्रसारित की जाय। उन्होंने आपदा प्रबन्धन आईआरएस प्रणाली के नामित समस्त अधिकारियों से अलर्ट मोड में रहने को कहा। साथ ही एनएच, लोनिवि, पीएमजीएसवाई, वैपकास सड़क विभाग से सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि किसी भी मोटर मार्ग के बाधित होने की दशा में मार्ग सुचारू करने हेतु जेसीबी की तैनाती करना सुनिश्चित करें। सभी सड़कों के कलवट व नालियों के अवरोध दूर किए जाय।
साथ ही समस्त राजस्व उपनिरीक्षक, ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत अधिकारी अपने क्षेत्रों में बने रहने को कहा। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की आपदा की सूचना आपदा नियन्त्रण कक्ष के फोन नम्बर 05963-220197, 220196 टॉल फ्री नं0-1077 (बीएसएनएल उपभोक्ताओं हेतु) तथा मोबाईल नम्बर- 7536827373, 9634912152, 8859223535 पर दी जा सकती है l

मौसम विभाग द्वारा जारी मौसम पूर्वानुमान/ चेतावनी के अनुसार 07 जुलाई  को उत्तराखण्ड के कुमाऊँ मण्डल के कुछ क्षेत्रों में कहीं-कहीं बहुत भारी से अत्यंत भारी वर्षा की सम्भावना व्यक्त की गयी है। 
  मौसम विभाग के पूर्वानुमान के दृष्टिगत जिला मजिस्ट्रेट अनुराधा पाल ने जनपद अन्तर्गत आम जनमानस व पर्यटकों से अनावश्यक आवाजाही नही करने की अपील करते हुए उनकी सुरक्षा के लिए किसी भी प्रकार की अनावश्यक आवाजाही को नियन्त्रित किये जाने के साथ-साथ नदी, सवेदनशील नालों/गधेरों के निकटवर्ती इलाकों में निवासरत आम जनमानस को नदी किनारे / संवेदनशील स्थानों में न जाने के लिए पी०ए० सिस्टम के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार किए जाने के निर्देश दिए है। जिला मजिस्ट्रेट ने समस्त कार्यालयाध्यक्ष को निर्देश दिए है कि वे अपने-अपने फील्ड स्तरीय कर्मचारियों को अलर्ट में रखने के साथ-साथ किसी भी प्रकार की आपदा/दुर्घटना की स्थिति में जिला आपातकालीन परिचालन केन्द्र को अवगत कराना सुनिश्चित करेंगे।