बागेश्वर:जिलाधिकारी ने ग्लेशियर ट्रेकिंग सुरक्षा और प्रबंधन पर की बैठक, दिए आवश्यक निर्देश।

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जिलाधिकारी ने ग्लेशियर ट्रेकिंग सुरक्षा और प्रबंधन पर की बैठक, दिए आवश्यक निर्देश।

पर्यटन अधिकारी तीन दिन में करें एसओपी तैयार-डीएम

बागेश्वर जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने मंगलवार को जिला कार्यालय में ग्लेशियरों के ट्रैकिंग रुट में जाने वाले ट्रेकरों एवं पर्यटकों की सुरक्षित आवाजाही व समुचित प्रबंधन के लिए संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की।

बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी ने इस बात पर जोर दिया कि ट्रेकरों एवं पर्यटकों की सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित करना और उनके लिए समुचित व्यवस्थाएं प्रदान करना सभी संबंधित विभागों की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने पंजीकरण व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाने तथा इसके लिए एक प्रभावी मैकेनिजम विकसित करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने वन विभाग को विशेष रूप से निर्देशित किया कि वे अपनी सभी चौकियों को हर समय अलर्ट मोड पर रखें।

ट्रैकर्स की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए, जिलाधिकारी ने पर्यटन अधिकारी को आगामी तीन दिन के भीतर एक विस्तृत एसओपी तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार्य नहीं होगी। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को ट्रैकिंग मार्गों पर संकेतक, शौचालय सहित अन्य सभी आवश्यक सुविधाओं को दुरुस्त रखने के निर्देश दिए गए। इसी क्रम में कुमाऊं मंडल विकास निगम के अधिकारियों को भी उनके अधीन संचालित गेस्ट हाउसों में सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रखने के निर्देश दिए गए।

जिलाधिकारी ने आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने की तैयारियों पर विशेष बल दिया। उन्होंने कहा कि किसी भी आपात स्थिति में ट्रेकरों की जीपीएस लोकेशन ट्रेस करने के लिए एक प्रभावी व्यवस्था विकसित की जानी चाहिए। इस संबंध में ट्रेकिंग ग्रुप संचालकों के साथ बैठक कर ऐसी डिवाइस विकसित करने पर विचार करने को कहा गया जिससे ट्रेकरों की लोकेशन आसानी से ट्रैक की जा सके। उन्होंने ट्रेकरों के मेडिकल चेकअप की पर्याप्त व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने तथा पर्यटकों की आवाजाही को और अधिक सुलभ व सहज बनाने की दिशा में निरंतर कार्य करने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने निर्देशित किया कि ट्रेकरों को ट्रैक रूट के संबंध में ‘क्या करें, क्या न करें’ संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी वाली बुकलेट उपलब्ध कराई जाए। साथ ही, ट्रैक रूट से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी एनआईसी के वेब पेज पर भी पूरी तरह से अपडेट होनी चाहिए।

जिलाधिकारी ने वन विभाग को ट्रैक रूट पर कड़ी निगरानी रखने और यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि बिना पंजीकरण के कोई भी व्यक्ति ट्रेकिंग पर न जाए। उन्होंने मार्गों पर सभी मौसमों में प्रभावी रहने वाले साइनेज लगाने को भी कहा। स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए गए कि वे ऐसे डॉक्टरों की एक टीम को तैयार रखें जो आपातकाल की स्थिति में तत्काल ट्रैक रूट पर पहुंच सकें।

जिलाधिकारी ने कहा कि आपातकालीन स्थितियों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए सभी विभागों को आपस में बेहतर समन्वय बनाकर कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने ऐसी स्थिति के लिए वैकल्पिक मार्ग और अस्थायी हेलीपैड चिन्हित करने के निर्देश भी दिए।

बैठक में पुलिस अधीक्षक चंद्रशेखर आर घोडके, अपर जिलाधिकारी एनएस नबियाल, प्रभागीय वनाधिकारी ध्रुव सिंह मर्तोलिया, उपजिलाधिकारी अनिल सिंह रावत, पुलिस उपाधीक्षक अजय शाह, पर्यटन अधिकार पीके गौतम, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ अनुपमा ह्यांकी, ईई लोनिवि एके पटेल, सिंचाई मनमोहन सिंह, आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल सहित संबंधित विभागों के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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