बागेश्वर: सुप्रसिद्ध उत्तरायणी मेले का भव्य शुभारंभ,वर्चुअल माध्यम से सीएम पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरायणी मेले के शुभारम्भ कार्यक्रम में किया प्रतिभाग

ख़बर शेयर करें

बागेश्वर

सांस्कृतिक झांकियों की भव्य प्रस्तुति के साथ शनिवार को पौराणिक, धार्मिक एवं ऐतिहासिक उत्तरायणी मेले का आगाज हो गया है। सांसद अल्मोड़ा अजय टम्टा, भाजपा राष्ट्रीय महामंत्री दुष्यंत गौतम, जिला पंचायत अध्यक्ष बसंती देवी, विधायक कपकोट सुरेश गढिया व जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने संयुक्त रूप से फीता काटकर उत्तरायणी मेले का शुभारम्भ किया।

वर्चुअल माध्यम से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बागेश्वर में उत्तरायणी मेले के शुभारम्भ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने बागेश्वर जिले हेतु बालीघाट – धरमघर सड़क का जीर्णोद्धार किए जाने , गोलू मार्केट गरुड़ का विनियमितीकरण किए जाने एवं बागेश्वर में खेल मैदान निर्माण कार्य किए जाने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देवभूमि के लोकपर्व उत्तरायणी और मकर संक्रांति की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि कुमाऊँ की काशी, बागेश्वर में बाबा बागनाथ के मंदिर की छांव तले, सरयू गोमती और अदृश्य सरस्वती नदी के संगम तट पर आयोजित होने वाले उत्तरायणी मेले की भी आप सभी को बधाई देता हूँ। उन्होंने कहा मकर संक्रांति एकमात्र पर्व है, जिसका आध्यात्मिक और वैज्ञानिक दोनों ही दृष्टियो से व्यापक महत्व है। हम सभी मकर संक्रांति को सूर्य के उत्तरायण होने के साथ-साथ भीष्म पितामाह के देह त्याग के दिन के रूप में भी जानते हैं। संक्रान्ति का अर्थ है “परिवर्तन” इस दिन सूर्य भगवान धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करते हैं। इसे पुण्यकाल और संक्रमण काल के रूप में स्वीकार किया जाता है। मकर संक्राति के पावन अवसर पर पतित-पावनी सरयू नदी खासकर त्रिमाधी स्नान के साथ पौराणिक बागनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना का पौराणिक काल से ही विशेष धार्मिक महत्व रहा है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राष्ट्र की सांस्कृतिक विविधता को समाहित करने वाला यह सांस्कृतिक आयोजन, हम सभी को अपने सामाजिक उत्तरदायित्व के निर्वहन के संकल्प की भी याद दिलाता है। इस तरह के सांस्कृतिक मेले हमारी विलुप्त होती लोक विरासत को संरक्षण प्रदान कर रहा है और आने वाली पीढ़ी को हमारी लोक संस्कृति से परिचित कराने का कार्य कर रहा है। राष्ट्र और संस्कृति को प्रत्यक्ष रूप से जानने का अवसर प्रदान करने वाला यह सांस्कृतिक मेला, निश्चित रूप से हमारी आगामी पीढ़ी के लिए सामाजिक समरसता को प्रगाढ़ करने का कार्य करेगा। ऐसे सांस्कृतिक आयोजनों के माध्यम से हमारे राज्य के कलाकारों को भी एक मंच प्राप्त होता है और उनकी कला को प्रोत्साहन मिलता है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में आज उत्तराखंड का ही नही बल्कि पूरे देश का भी सांस्कृतिक वैभव बढ़ रहा है। उत्तराखण्ड की डबल इंजन की सरकार राज्य के सर्वांगीण विकास को सार्थक करने हेतु प्रतिबद्ध है। राज्य सरकार ने वर्ष 2025 तक उत्तराखण्ड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने का विकल्प रहित संकल्प लिया है। इस संकल्प की पूर्ति हेतु हमारी सरकार ने हर क्षेत्र में विकास कार्यों की एक नई श्रृंखला स्थापित करने का कार्य किया है, जिसमे बागेश्वर जिला भी शामिल है। राज्य सरकार के सर्वश्रेष्ठ उत्तराखण्ड के निर्माण के संकल्प को पूरा करने में जनता से अपने दायित्वों के निर्वहन की अपेक्षा करता हूँ। सरकार के इस पावन पुनीत लक्ष्य को पूरा करने में अपना सहयोग प्रदान करेंगे और उत्तराखंड को देश का नंबर वन राज्य बनाएंगे।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य में सौर ऊर्जा की अपार संभावनाएं हैं। सौर ऊर्जा के सही उपयोग एवं इसे बढ़ावा देने हेतु जल्द ही राज्य में सौर ऊर्जा नीति लाई जाएगी। जिस परियोजना में सब्सिडी भी प्रदान की जाएगी। इससे प्रदेश के हजारों युवाओं को भी जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा बागेश्वर को रेलवे के मानचित्र में जोड़ने के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार मिलकर तेजी से कार्य कर रही है।

इस दौरान मुख्य अतिथियों द्वारा विधानसभा बागेश्वर के अंतर्गत 247.24 लाख धनराशि की 03 योजनाओं का शिलान्यास तथा 837.93 लाख धनराशि की 09 योजनाओं का लोकार्पण किया, कुल 1085.17 लाख धनराशि की 12 योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। जिन योजनाओं का शिलान्यास किया उनमें लोनिवि विभाग द्वारा 86.61 लाख से बागेश्वर-जौलकाण्डे मोटर मार्ग में पी0सी0 का कार्य, 73.16 लाख की धनराशि से विकास खंड गरूड अंतर्गत कौसानी-भतडिया मोटर मार्ग के किमी. 01 से किमी. 04 तक पी0सी0 द्वारा सुधारीकरण कार्य तथा 87.5 लाख की धनराशि से विकासखंड गरूड अंतर्गत कन्धार-रौल्यान-मजकोट मोटर मार्ग के किमी. 08 से किमी. 11 तक पी0सी0 द्वारा सतह सुधारीकरण कार्य है। वहीं लोकार्पण में पीएमजीएसवाई विभाग की 278.41 लाख धनराशि से कन्धान-रौल्याना मोटर मार्ग किमी. 01 से सिमखेत मोटर मार्ग के किमी. 02 से 42 मीटर स्पान स्टील गार्डर सेतु, शिक्षा विभाग अंतर्गत 133.14 लाख से राइंका असौ में विज्ञाान प्रयोगशाला, आर्ट-क्राफ्ट रूम, कम्प्यूटर कक्ष, पुस्तकालय कक्ष एवं दो कक्षा-कक्ष तथा बालक-बालिका शौचालय का निर्माण, 40.20 लाख से राइंका भटखोला में भौतिक/रसायन/जीवन विज्ञान प्रयोगशालाओं का निर्माण कार्य, 41.70 लाख से राबाइंका बागेश्वर में भौतिक/रसायन/जीवन विज्ञान प्रयोगशालाओं का निर्माण कार्य, 40.75 लाख से राइंका रवार्इखाल में भौतिक/रसायन/जीव विज्ञान प्रयोगशालाओं का निर्माण कार्य तथा 69.18 लाख की धनराशि से राइंका अमस्यारी में भौतिक विज्ञान/रसायन विज्ञान/जीवन विज्ञान प्रयोगशालाओं एवं दो बालिका शौचालय निर्माण कार्य आदि है। वहीं लघु डाल विभाग अंतर्गत 55.22 लाख की मन्यूडा-गागरीगोल लिफ्ट सिंचाई योजना व 80.00 लाख की बिलौना लिफ्ट सिंचाई योजना तथा सिंचाई विभाग के अंतर्ग्ात 99.33 लाख से अग्निकुण्ड में सरयू नदी के दाये पाश्र्व पर हनुमान मंदिर के समीप घाट निर्माण कार्य है।

शुभारंभ के अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष बसंती देव ने कहा कि मेले हमारी धरोहर है, इन्हे संजोए रखना हम सभी का दायित्व बनता है। उन्होंने कहा कि बागेश्वर का आजादी में बहुत बडा योगदान रहा है कुली बेगार प्रथा का समापन इसी बागनाथ की भूमि से सरयू गोमती के संगम पर हुआ था। इसलिए भी बागेश्वर का महत्व और भी बढ़ जाता है। विधायक कपकोट सुरेश गढिया जन समूहों को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह मेला अपने आप में एक बहुत बडा धार्मिक और ऐतिहासिक व पौराणिक मेला है इसे भव्य रूप देने पर उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। साथ ही कहा कि जनपद को आगे ले जाने के लिए मुख्यमंत्री प्रयासरत है।

सांसद अजय टम्टा ने सभी को उत्तरायणी मेले की बधाई दी, कहा कि यही से कुली बेगार का बिगुल फूका था। उन्होंने कहा टनकपुर-बागेश्वर रेल लाईन सर्वे भारत सरकार कार्य कर रही है, वहीं बागेश्वर में मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए भूमि का चयन किया जा रहा है। उन्होंने कहा देश के प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश में विकास के नए आयाम स्थापित किए जा रहे है।

अध्यक्ष नगर पालिका सुरेश खेतवाल ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए घुघुतिया त्यार उत्तरायणी मेले की सभी को बधाई दी। सभी से मेले में आने की अपील करते हुए पुण्य के भागीदार बनने को कहा। इस दौरान उन्होंने नुमाईशखेत मैदान का सौन्दर्यकरण कराने, स्वराज भवन का जीर्णोद्धा कराने, सूरजकुण्ड मंडलसेरा स्वीकृत पुल का निर्माण कराने के साथ ही उत्तरायणी मेले को राजकीय मेले घोषित करते हुए इसके आयोजन हेतु धनराशि का प्रावधान कराए जाने की मांग रखी।

इस दौरान जिलाधिकारी ने जनपदवासियों को मकर संक्राति की बधाई देते हुए सभी अतिथियों को स्वागत किया। उन्होंने बाबा बागनाथ से सभी के सुख एवं समृद्धि की कामना की।

इस अवसर पर प्रात: 11:00 बजे तहसील परिसर से विभिन्न विद्यालयों के बच्चों तथा विभिन्न सांस्कृतिक दलों द्वारा आकर्षक सांस्कृतिक झांकी का प्रदर्शन किया गया जिसका शुभारम्भ जिला पंचायत अध्यक्ष बंसती देव, विधायक कपकोट सुरेश गढिया, जिलाधिकारी अनुराधा पाल, नगरपालिका अध्यक्ष सुरेश खेतवाल आदि ने संयुक्त रूप से हरी झण्डी दिखाकर किया गया। सांस्कृतिक झॉकी तहसील परिसर से प्रारम्भ होकर शहर के विभिन्न मार्गो से होते हुए नुमाईश मैदान में समाप्त हुई। सायंकाल के समय सरयू के दोनों तटो पर 5100 दीये जलाने के साथ ही भव्य गंगा आरती, दीपदान व लेजर शो का आयोजन हुआ।

मेले के शुभारंभ अवसर पर ब्लॉक प्रमुख बागेश्वर पुष्पा देवी, कपकोट गोविन्द सिंह दानू, जिलाध्यक्ष भाजा इन्द्र सिंह फस्र्वाण, पूर्व विधायक बलवंत सिंह भौर्याल, शेर सिंह गढिया, विक्रम शाही, उपाध्यक्ष जिला पंचायत नवीन परिहार, प्रदेश महामंत्री भाजपा राजेन्द्र सिंह बिष्ट, पुलिस अधीक्षक हिमांशु वर्मा, अपर जिलाधिकारी चंद्र सिंह इमलाल,मुख्य विकास अधिकारी संजय सिंह, जिला विकास अधिकारी संगीता आर्या, उपजिलाधिकारी हरगिरि, राजकुमार पांडे समेत नगर पालिका सभाासद, जनप्रतिनधि, वरिष्ठ नागरिक समेत भारी संख्या में जनसमुदाय मौजूद था। 

संचालन जयंत भाकुनी द्वारा किया गया।

Ad Ad