बागेश्वर:DM आशीष भटगांई की अध्यक्षता में जनसमस्याओं के त्वरित समाधान हेतु जनता दरबार का आयोजन किया गया


बागेश्वर, जिलाधिकारी आशीष भटगांई की अध्यक्षता में सोमवार को विकास भवन सभागार में जनसमस्याओं के त्वरित समाधान हेतु जनता दरबार का आयोजन किया गया। इस जनसुनवाई कार्यक्रम में जिले के सभी विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का उद्देश्य आमजन की शिकायतों को एक ही मंच पर सुनकर उनका तत्काल समाधान सुनिश्चित करना रहा।
जनता दरबार में कुल 12 शिकायतें दर्ज की गईं, जिनमें से अधिकतर का मौके पर ही समाधान कर दिया गया। शेष शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे निर्धारित समयसीमा के भीतर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करें। प्रमुख शिकायतकर्ताओं में रमेश प्रकाश पर्वतीय ने बीएसएनएल नेटवर्क की खराब सेवा की समस्या उठाई, गोविंद सिंह मेहता ने सड़क के पुनः सर्वेक्षण की मांग की, जबकि शिवलाल जी ने सरकारी सब्सिडी न मिलने की शिकायत की। तुलसी देवी ने आवासीय मकान उपलब्ध कराने, और सुनील कुमार टम्टा ने विद्युत आपूर्ति व मोबाइल नेटवर्क में अनियमितता की समस्या रखी।
इसके अतिरिक्त ग्राम सभा लीला के ग्रामीणों ने विद्यालयों के प्रस्तावित विलय का विरोध करते हुए अपनी आपत्ति दर्ज कराई। मनोहर सिंह मलडा ने बिजली बिल में त्रुटि, और राधेश्याम तिवारी ने राष्ट्रीय राजमार्ग चौड़ीकरण से भवन को हुए नुकसान की शिकायत की। वहीं प्रताप सिंह ने नए मोटरमार्ग हेतु प्रार्थना रखी। जिलाधिकारी ने सभी शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि वे समयबद्ध कार्रवाई करें और शिकायतकर्ताओं को समाधान की जानकारी भी दें।
जनता दरबार के दौरान जिलाधिकारी ने सीएम हेल्पलाइन पोर्टल एवं “हैलो बागेश्वर” पोर्टल पर दर्ज लंबित शिकायतों की भी समीक्षा की। उन्होंने सभी विभागों को निर्देशित किया कि वे पोर्टल्स पर पंजीकृत समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण करें और जनविश्वास को बनाए रखें। जिलाधिकारी ने कहा कि जनसमस्याओं का त्वरित समाधान प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है और अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि नागरिकों को बार-बार कार्यालयों के चक्कर न लगाने पड़ें। उन्होंने सभी अधिकारियों से अपेक्षा की कि वे जनसुनवाई की गंभीरता को समझते हुए हर शिकायत पर ठोस और संवेदनशील कार्रवाई करें।
इस दौरान अपर जिलाधिकारी अन एस नबियाल, परियोजना निर्देशक शिल्पी पंत, उपजिलाधिकारी कांडा ललित मोहन तिवारी आदि उपस्थित रहे।



